शोभना शर्मा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने शनिवार को नागौर में एक दिवसीय दौरे के दौरान कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर हमला बोला। पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने जातिगत जनगणना, वक्फ संपत्ति, गहलोत सरकार के कार्यकाल की अव्यवस्थाओं, भाजपा संगठन की एकता और खींवसर उपचुनाव में जीत जैसे कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी।
मदन राठौड़ ने जातिगत जनगणना को लेकर स्पष्ट किया कि अब यह प्रक्रिया बिना किसी अतिरिक्त खर्च के संभव है। उन्होंने कहा, “पहले जब जनगणना अलग से करनी होती थी, तब भारी खर्च आता। लेकिन अब जब सामान्य जनगणना हो ही रही है, तो उसमें एक कॉलम जोड़कर जातिगत गणना की जा सकती है। इससे कोई अलग बजट नहीं लगेगा।” उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार में हिम्मत नहीं थी कि वे इसे लागू कर पाते, जबकि अब भाजपा इसे पूरी नीयत से पूरा करेगी।
वक्फ संपत्ति को लेकर कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम पर भी राठौड़ ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भाजपा वक्फ की संपत्ति लेना नहीं चाहती है। “वक्फ संशोधन विधेयक 2025 का मकसद संपत्तियों की पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करना है। इनका लाभ गरीब मुसलमानों तक पहुंचे, इसीलिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। संपत्ति का प्रबंधन मुस्लिम ही करेंगे, और इनका उपयोग अस्पताल, शिक्षा और कल्याणकारी योजनाओं में किया जाएगा।”
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदेश सरकार पर लगाए गए आरोपों पर राठौड़ ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि गहलोत को अब ‘घड़ियाली आंसू बहाने’ की आदत हो गई है। “गहलोत को आज कुछ नहीं दिखता, लेकिन जब उनके शासनकाल में पेपर लीक, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर था, तब वे खामोश रहते थे। अब कोई पेपर लीक नहीं हो रहा, भर्ती कैलेंडर जारी हो गया है, बिजली-पानी के क्षेत्र में काम हो रहे हैं, फिर भी गहलोत आलोचना कर रहे हैं।”
ईआरसीपी योजना को लेकर भी राठौड़ ने गहलोत पर हमला बोला और कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत ने उन्हें कई बार बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन गहलोत ने कभी प्रतिनिधि तक नहीं भेजा। वर्तमान सरकार ने आते ही सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के लिए बड़े समझौते किए हैं, जिससे भविष्य में बिजली की आपूर्ति और भी बेहतर होगी।
राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन के स्वरूप पर बात करते हुए राठौड़ ने कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी में पुराने और नए दोनों चेहरों को स्थान मिलेगा। “हर कार्यकर्ता को उपयोग में लिया जाएगा। पुराने नेताओं का अनुभव अनमोल है। ओल्ड इज गोल्ड है, इसलिए उन्हें दरकिनार नहीं किया जाएगा।”
भाजपा के कथित गुटबाज़ी के सवाल पर राठौड़ ने जोर देते हुए कहा कि पार्टी एकजुट है। “अब आप देख सकते हैं, सभी नेता एक दिशा में काम कर रहे हैं। किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं है।” खींवसर विधायक के पत्र लीक मामले को उन्होंने “एक छोटी घटना” बताया जिसे समय रहते सुलझा लिया गया।
कश्मीर के पहलगाम हमले को लेकर उन्होंने कहा कि देश में अस्थिरता पैदा करने की कोशिशें की जा रही हैं। “धर्म पूछकर गोली चलाना और लोगों को चुन-चुनकर मारना एक गंभीर संकेत है। कुछ लोग इस हमले को वक्फ संशोधन बिल से जोड़कर भ्रम फैला रहे हैं, जो पूरी तरह असंवेदनशील और राष्ट्रविरोधी सोच है।”