शोभना शर्मा। राजस्थान में बढ़ती महिला असुरक्षा और नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार को घेरते हुए तीखा हमला बोला है। डोटासरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सीधा सवाल पूछा है – “मुख्यमंत्री जी, कब तक बेटियों से दरिंदगी होती रहेगी?”
बेटियों की सुरक्षा पर भाजपा पर पाप करने का आरोप
डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए बेटियों की सुरक्षा को लेकर झूठे वादे किए और भावनात्मक मुद्दों का राजनीतिक फायदा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि “सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा ने बेटियों की सुरक्षा पर झूठ बोलकर जो पाप किया है, उसके लिए अब आपको पश्चाताप करना चाहिए।“
उन्होंने कटाक्ष करते हुए लिखा, “नहीं सहेगा राजस्थान का नारा लगाने वाले भाजपा नेता आज खुद घटनाओं पर चुप हैं और छिपते फिर रहे हैं। यह जनता के साथ विश्वासघात है।”
घटनाओं का जिक्र कर राज्य सरकार को घेरा
डोटासरा ने राज्य में हाल ही में हुई तीन प्रमुख घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये घटनाएं पूरे समाज को झकझोरने वाली हैं:
झालावाड़ जिले के अकलेरा में 11वीं की छात्रा से गैंगरेप
बीकानेर में 13 साल की बच्ची से दरिंदगी
अलवर में NEET की तैयारी कर रही छात्रा से गैंगरेप
उन्होंने कहा, “राज्य की बेटियां डरी हुई हैं, स्कूल जाते हुए, घर लौटते हुए और यहां तक कि अपने घर में भी असुरक्षित महसूस कर रही हैं। यह वह राजस्थान नहीं है जिसकी संस्कृति और वीरता की मिसाल दी जाती है।”
महिला अपराधों में वृद्धि के आंकड़े पेश किए
कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा राज में महिला अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने एक चिंताजनक आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए लिखा:
“2023 की तुलना में 2024-25 में नाबालिग बच्चियों से रेप के मामलों में 23% की बढ़ोतरी हुई है। इस साल सिर्फ दो महीनों में 286 नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं दर्ज हुई हैं।”
डोटासरा ने इन आंकड़ों के आधार पर कहा कि “भाजपा सरकार महिलाओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। न तो अपराध रुक रहे हैं और न ही अपराधियों की धरपकड़ हो पा रही है।”
भाजपा की चुप्पी को बताया निराशाजनक
पोस्ट के अंत में डोटासरा ने भाजपा नेताओं की चुप्पी पर निराशा जाहिर की और कहा कि जो लोग कभी महिला सुरक्षा को लेकर मोर्चा खोलते थे, वे अब राज्य में हो रहे जघन्य अपराधों पर खामोश बैठे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए लिखा कि अब समय आ गया है कि वे राजनीतिक भाषणों की बजाय ठोस कार्रवाई करें।