शोभना शर्मा। राजस्थान के अजमेर शहर में शुक्रवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब डिग्गी बाजार स्थित पांच मंजिला नाज होटल में अचानक आग लग गई। सुबह करीब 8 बजे हुई इस भीषण आग की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें गुजरात के अमरेली जिले के लाठी गांव के एक ही परिवार के तीन सदस्य शामिल हैं। इसके अतिरिक्त नई दिल्ली के एक व्यक्ति की भी इस दुर्घटना में जान चली गई। हादसे में चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं और उन्हें जेएलएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
30 मिनट में जल गई पूरी बिल्डिंग
प्रत्यक्षदर्शियों और दमकल विभाग की शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि मात्र 30 मिनट में होटल की पूरी इमारत इसकी चपेट में आ गई। होटल की पांचों मंजिलें आग और धुएं से भर गईं। आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, हालांकि प्रशासन द्वारा इसकी पुष्टि अभी नहीं की गई है।
मासूम को बचाने के लिए मां ने उठाया खौफनाक कदम
एक बेहद मार्मिक दृश्य तब सामने आया जब होटल में फंसी एक महिला ने अपने मासूम बच्चे को खिड़की से नीचे फेंक दिया ताकि उसकी जान बच सके। प्रत्यक्षदर्शी मांगीलाल कलोसिया ने बताया कि उन्होंने बाहर से होटल की खिड़कियों के कांच तोड़े और उसी समय एक महिला ने अपने बच्चे को ऊपर से उनकी गोद में फेंक दिया। महिला भी खुद कूदना चाहती थी लेकिन लोगों ने उसे रोक लिया।
चौथी मंजिल से कूदकर बचाई जान
एक अन्य युवक ने आग से बचने के लिए होटल की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। उसके सिर में गंभीर चोटें आई हैं। वहीं, कई अन्य लोग खिड़कियों और बालकनी से चिल्लाते हुए मदद मांगते नजर आए।
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान
इस हादसे में जिन चार लोगों की जान गई, उनमें गुजरात के अमरेली जिले के लाठी गांव निवासी अलफेज नुरानी, उनकी पत्नी शबनम नुरानी और उनके डेढ़ साल के बेटे अरमान नुरानी शामिल हैं। चौथे मृतक की पहचान नई दिल्ली के मोती नगर निवासी मोहम्मद जाहिद (40) के रूप में हुई है।
मोहम्मद जाहिद अपनी पत्नी रेहाना और बेटे इब्राहिम के साथ अजमेर में जियारत के लिए आए थे। हादसे में उनकी पत्नी और बेटा भी झुलस गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा भावनगर (गुजरात) निवासी धवल और उनकी पत्नी अल्पा भी इस आग में घायल हुए हैं।
फायर फाइटर भी घायल
बचाव कार्य के दौरान दमकलकर्मी कृष्णा मीणा भी झुलस गए। उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। संकरे रास्ते और धुएं के कारण राहत कार्य में काफी दिक्कतें आईं।
रेस्क्यू ऑपरेशन: पुलिस और दमकलकर्मियों पर भारी दबाव
होटल में फंसे लोगों को बचाने के लिए दमकल विभाग, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमों ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। करीब साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। कुल 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, हालांकि बचाव कार्य के दौरान कई पुलिस और फायर कर्मियों की तबीयत भी बिगड़ गई।
सीएम भजनलाल शर्मा ने जताया शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर इस दुखद घटना पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा—
“अजमेर के निजी होटल में आग लगने की घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने हेतु जिला प्रशासन को उचित निर्देश दिए गए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है इस हादसे में दिवंगत जनों की आत्मा को शान्ति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो।”
परिवार के अन्य सदस्य अजमेर रवाना
मृतक मोहम्मद जाहिद के पिता लाल मोहम्मद ने बताया कि उनका बेटा परिवार सहित बुधवार को दिल्ली से अजमेर रवाना हुआ था और वे नाज होटल में ठहरे थे। उन्हें शुक्रवार सुबह इस घटना की सूचना मिली, जिसके बाद परिवार के सदस्य दिल्ली से अजमेर के लिए रवाना हो चुके हैं।