शोभना शर्मा। राजस्थान में कुश्ती को लेकर एक नई और सशक्त पहल की शुरुआत होने जा रही है। हरियाणा की तर्ज पर अब राजस्थान भी अपने युवा पहलवानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। राजस्थान कुश्ती संघ की मेजबानी में कोटा में पहली बार अंडर-20 राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, जो राज्य के खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।
राजस्थान कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने बताया कि राज्य में कुश्ती को लेकर एक दीर्घकालिक योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली पहलवानों को अधिक संसाधन, पोषण युक्त खुराक और अनुभवी प्रशिक्षक उपलब्ध कराए जाएंगे। उनका उद्देश्य राजस्थान के पहलवानों को ऐसी तैयारी देना है, जिससे वे ना सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी दमदार प्रदर्शन कर सकें।
इस ऐतिहासिक प्रतियोगिता का आयोजन कोटा के नयापुरा स्थित रघुराई एंडो स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 20 से 22 अप्रैल के बीच होगा। उद्घाटन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में देशभर के 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की टीमों के भाग लेने की पुष्टि हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल और मणिपुर से लेकर गुजरात तक से पहलवान इस आयोजन में हिस्सा लेंगे। लगभग 600 से अधिक पुरुष और महिला पहलवान इस प्रतिस्पर्धा में भाग लेंगे।
प्रतियोगिता के दौरान पुरुष वर्ग में फ्री स्टाइल और ग्रीको रोमन मुकाबले तथा महिला वर्ग में कुश्ती के विशेष मुकाबले आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक वर्ग में 10-10 वजन श्रेणियां रखी गई हैं, जिससे खिलाड़ियों को अपनी क्षमताओं के अनुसार भाग लेने का पूरा अवसर मिलेगा।
इस आयोजन से राजस्थान के युवा पहलवानों को न सिर्फ राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा, बल्कि उन्हें अनुभवी कोचिंग, बेहतर डाइट और खेल अधोसंरचना के माध्यम से भविष्य में ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं की तैयारी का आधार भी मिलेगा। राजस्थान कुश्ती संघ की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में राजस्थान भी कुश्ती के क्षेत्र में उसी तरह एक शक्ति बनकर उभरेगा जैसे हरियाणा बना है। इससे राज्य में खेल संस्कृति को नया आयाम मिलेगा और युवाओं में खेलों के प्रति रुचि और समर्पण और अधिक मजबूत होगा।