शोभना शर्मा। उदयपुर स्थित पंडित जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डिम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी) में शनिवार को 20वां दीक्षांत समारोह भव्य रूप से आयोजित हुआ। इस विशेष अवसर पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। समारोह के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को सफलता और समाज सेवा की प्रेरणा देते हुए राष्ट्र निर्माण में भागीदारी निभाने का संदेश दिया।
इस समारोह में कुल 90 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि और 90 को उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। समारोह का सबसे आकर्षक पल तब आया जब एमबीए में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। यह उपलब्धि न केवल मेवाड़ राजवंश के लिए गर्व का क्षण थी, बल्कि राजस्थान के युवा वर्ग के लिए भी प्रेरणास्पद रही।
समारोह में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को विश्वविद्यालय द्वारा मानद ‘डॉक्टर ऑफ लिटरेचर’ (D.Litt) की उपाधि से नवाजा गया। इस सम्मान के माध्यम से विश्वविद्यालय ने उनके सामाजिक और राष्ट्रीय योगदान को मान्यता दी।
दीक्षांत समारोह का एक भावुक और प्रेरणादायक पल मीता जोशी से जुड़ा रहा, जिन्हें ‘विद्यावाचस्पति’ (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) की उपाधि प्रदान की गई। मीता ने यह उपाधि अपने दिवंगत ससुर जयंत कुमार जोशी के अधूरे सपने को साकार करने के लिए प्राप्त की। कोरोना काल में अपने ससुर को खोने के बाद उन्होंने पीएचडी छोड़ने का निर्णय लिया था, लेकिन परिवार के प्रोत्साहन से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और अब वह देश के सामने एक प्रेरणा बनकर उभरी हैं।
समारोह में कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत, सांसद मन्नालाल रावत, रजिस्ट्रार डॉ. तरुण श्रीमाली, कुलाधिपति भंवरलाल गुर्जर और महारानी निवृती कुमारी मेवाड़ सहित अनेक विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। सभी ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं और विद्यापीठ के शैक्षणिक और सांस्कृतिक योगदान की सराहना की।