मनीषा शर्मा। राजस्थान में बहुचर्चित एसआई भर्ती-2021 घोटाले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने जैसलमेर जिले के फतेहगढ़ में तैनात एसडीएम हनुमान राम को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि हनुमान राम ने एक उम्मीदवार नरपतराम की जगह डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा दी थी। यह गिरफ्तारी एसआई भर्ती में हुई गड़बड़ियों की श्रृंखला में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
इससे पहले जोधपुर रेंज पुलिस ने इस घोटाले में नरपतराम (29) और उसकी पत्नी इंद्रा (27) को गिरफ्तार कर एसओजी के हवाले किया था। पूछताछ में दोनों ने हनुमान राम का नाम उजागर किया, जिसके बाद एसओजी ने जांच आगे बढ़ाई और आखिरकार उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
डमी कैंडिडेट से शुरू हुआ खुलासा
इस घोटाले की तह तक पहुंचने की शुरुआत उस वक्त हुई जब एसआई एग्जाम में पास हुई अभ्यर्थी हरखू जाट को SOG ने संदेह के आधार पर हिरासत में लिया। पूछताछ में हरखू ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वह पढ़ाई में कमजोर थी और एक लाइब्रेरी में इंद्रा नाम की लड़की से उसकी मुलाकात हुई थी, जो पढ़ाई में तेज थी। ऐसे में हरखू ने इंद्रा से उसकी जगह परीक्षा देने का प्रस्ताव दिया।
इंद्रा ने यह बात अपने पति नरपतराम को बताई, जो खुद इस घोटाले में शामिल था। नरपत ने हरखू से 15 लाख रुपये लिए और इंद्रा को उसकी जगह डमी कैंडिडेट बनाकर परीक्षा दिलवाई। यही नहीं, परीक्षा पास भी हो गई और हरखू अंतिम रूप से चयनित होकर प्लाटून कमांडर बन गई।
इंद्रा खुद भी थी अभ्यर्थी, लेकिन असफल रही
चौंकाने वाली बात यह रही कि इंद्रा ने खुद भी एसआई की परीक्षा दी थी, लेकिन वह फेल हो गई थी। इसका मतलब यह है कि जो उम्मीदवार दूसरे के लिए परीक्षा देती है, वो खुद चयनित नहीं हो पाई, जिससे पूरे सिस्टम की खामियां उजागर होती हैं।
जब हरखू की गिरफ्तारी हुई और इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, तो इंद्रा और नरपतराम फरार हो गए थे। लेकिन SOG और जोधपुर रेंज पुलिस ने ऑपरेशन ‘तर्पण’ के तहत दोनों को ढूंढ निकाला। नरपतराम को गोवा की एक वाइन शॉप से पकड़ा गया, जबकि इंद्रा को जोधपुर के खेमे का कुआं क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
अब एसडीएम के गिरफ्त में आने से प्रशासन में हड़कंप
हनुमान राम, जो फिलहाल फतेहगढ़ के एसडीएम के पद पर कार्यरत थे, को एसओजी ने डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी साबित करती है कि कैसे प्रशासनिक पदों पर बैठे लोग भी इस घोटाले में शामिल थे। हनुमान राम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की संभावना है और उनकी गिरफ्तारी से जांच को और गहराई मिलने की उम्मीद है।
एसआई भर्ती पर सवाल, सिस्टम की साख पर दाग
एसआई भर्ती-2021 पहले से ही पेपर लीक और डमी कैंडिडेट जैसे गंभीर आरोपों के कारण विवादों में थी। अब एसडीएम जैसे उच्च पदस्थ अधिकारी की गिरफ्तारी ने पूरे भर्ती सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। युवाओं में इस बात को लेकर भारी रोष है कि मेहनत और योग्यता के बजाय घोटालों के जरिए पद हासिल किए जा रहे हैं।