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वंदे भारत में राहत, मंत्री भागीरथ चौधरी की तत्परता से बची जान

वंदे भारत में राहत, मंत्री भागीरथ चौधरी की तत्परता से बची जान

शोभना शर्मा, अजमेर।  वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सफर के दौरान एक महिला की बिगड़ती तबीयत पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी द्वारा दिखाई गई तत्परता और संवेदनशीलता ने ना केवल एक जान बचाई बल्कि मानवता की मिसाल भी पेश की। यह घटना शनिवार को उस समय घटी जब चौधरी दिल्ली से अजमेर लौट रहे थे। ट्रेन में मौजूद एक महिला यात्री की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी, सांसें उखड़ने लगीं और हालत बिगड़ती चली गई। जैसे ही इस मामले की जानकारी केंद्रीय मंत्री को मिली, उन्होंने एक पल की भी देरी किए बिना रेलवे के मेडिकल स्टाफ को मौके पर बुलवाया और महिला को तत्काल चिकित्सा सहायता दिलाई।

यह महिला कोई आम यात्री नहीं, बल्कि जापान से लौटे एक प्रतिनिधिमंडल की सदस्य थीं, जिनका नाम संगीता झावर बताया जा रहा है। जैसे ही उन्हें अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी, यात्रियों में हलचल मच गई। इसी दौरान भागीरथ चौधरी को इस घटना की सूचना दी गई। उन्होंने बिना विलंब किए तुरंत संबंधित रेलकर्मियों और चिकित्सा दल को बुलवाया और खुद मौके पर मौजूद रहकर पूरी स्थिति पर निगरानी रखी। उनके प्रयासों की बदौलत संगीता झावर को समय रहते इलाज मिल सका और उनकी जान बच गई।

रेल मंत्री नहीं, मानवता के प्रहरी बनकर सामने आए भागीरथ चौधरी

केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी ने ना केवल अपने पद की गरिमा को निभाया, बल्कि एक सजग और संवेदनशील नागरिक के तौर पर भी मानव सेवा का परिचय दिया। ट्रेन में उपस्थित अन्य यात्रियों ने मंत्री के इस कार्य की जमकर सराहना की। कई यात्रियों ने इस घटना के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिससे यह मामला चर्चा का विषय बन गया। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर मंत्री के मानवीय रवैये की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं।

डॉक्टरों के अनुसार, अगर महिला को कुछ और देर इलाज नहीं मिलता, तो स्थिति काफी गंभीर हो सकती थी। समय पर मिली प्राथमिक चिकित्सा के कारण महिला की स्थिति स्थिर हो गई और उन्हें आगे की यात्रा जारी रखने की अनुमति मिल गई। इसके बाद मंत्री ने स्वयं महिला से मिलकर उनका हाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

कौन हैं भागीरथ चौधरी? जानिए उनका परिचय

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री और अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी का राजनीतिक सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, लेकिन उन्होंने हर मोर्चे पर सेवा भाव को प्राथमिकता दी है। उनका जन्म 1 जून 1954 को अजमेर जिले के मानपुर गांव में हुआ। वे 2019 में पहली बार अजमेर से लोकसभा सांसद चुने गए थे। इससे पहले वे विधायक के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं।

2023 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में भागीरथ चौधरी को बीजेपी ने किशनगढ़ सीट से चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन वे इस चुनाव में हार गए। इस चुनाव में उन्हें बीजेपी से बागी होकर कांग्रेस में शामिल हुए विकास चौधरी ने हराया। हालांकि पार्टी ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें दोबारा 2024 के लोकसभा चुनाव में अजमेर से मैदान में उतारा, जहां उन्होंने एक बार फिर शानदार जीत दर्ज की और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।

उनकी पहचान एक जमीनी नेता के तौर पर है, जो आमजन की समस्याओं के प्रति सजग और संवेदनशील रहते हैं। चाहे किसानों के मुद्दे हों, युवाओं की शिक्षा या जरूरतमंदों की सहायता—भागीरथ चौधरी हर क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं।

यात्रियों में मंत्री के प्रति श्रद्धा और सम्मान

इस घटना के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस के यात्रियों में मंत्री के प्रति न केवल श्रद्धा बढ़ी, बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि यदि सभी जनप्रतिनिधि इसी तरह जनता की चिंता करें, तो समाज में बदलाव आना तय है। महिला के परिजनों ने भी मंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि यह एक दुर्लभ उदाहरण है जब कोई केंद्रीय मंत्री आमजन के लिए इतनी तत्परता से सामने आता है।

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