शोभना शर्मा। राजस्थान के हाड़ौती संभाग के कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, भीलवाड़ा और टोंक जिलों में नेशनल हाईवे को अपग्रेड करने की दिशा में बड़ी पहल की गई है। केंद्र सरकार ने ₹531 करोड़ की लागत से हाईवे सुधार योजना को मंजूरी दी है, जिसके तहत एनएच-52, एनएच-27 और एनएच-148डी पर विभिन्न कार्य होंगे। इस योजना के तहत डामरीकरण, रिकॉर्पेटिंग, रोड मार्किंग, बिजली पोल, साइनेज, फ्लाईओवर, अंडरपास और सर्विस रोड का निर्माण किया जाएगा। इससे न केवल हाईवे की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि यात्रा भी अधिक सुरक्षित और सुगम हो जाएगी।
कोटा से भंवरगढ़ तक 171 करोड़ की परियोजना
एनएच-27 पर कोटा से भंवरगढ़ तक 104 किलोमीटर लंबे मार्ग पर डामरीकरण का कार्य किया जाएगा। इस कार्य पर 171 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिससे सड़क की मजबूती और ड्राइविंग अनुभव में सुधार होगा।
एनएच-148डी पर 199 करोड़ की लागत से सुधार
भीलवाड़ा से टोंक तक 240 किलोमीटर लंबे एनएच-148डी पर डामरीकरण, रोड मार्किंग, बिजली पोल और साइनेज का कार्य किया जाएगा। इस दो लेन हाईवे के सुधार से दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यात्रा अधिक सुरक्षित होगी।
कोटा बाईपास पर सर्विस रोड के लिए 60 करोड़
एनएच-27 के कोटा बाईपास पर ट्रैफिक का दबाव कम करने और जाम से राहत देने के लिए 60 करोड़ रुपये की लागत से सर्विस रोड का निर्माण किया जाएगा।
ब्लैक स्पॉट हटाने और अंडरपास के लिए 70 करोड़
एनएच-52 पर हिंडोली से कोटा के बीच सात खतरनाक ब्लैक स्पॉट की पहचान की गई है। इन स्थानों पर अंडरपास और सर्विस रोड बनाकर हादसों पर रोक लगाने की दिशा में कदम उठाया जाएगा।
विकास की नई राह
यह परियोजना न सिर्फ सड़क यात्रा को सुरक्षित बनाएगी, बल्कि हाड़ौती क्षेत्र में विकास को भी गति देगी। NHAI की यह पहल स्थानीय लोगों के लिए राहत लेकर आएगी और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी बल देगी।