मनीषा शर्मा, अजमेर। राजस्थान में निवेश और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए आयोजित राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट 2025 राज्य की भजनलाल शर्मा सरकार के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि साबित हो रही है। मुख्यमंत्री शर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस समिट में 30 से अधिक देशों के 5000 निवेशकों ने भाग लिया और 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू (समझौता ज्ञापन) किए गए।
इस इन्वेस्टमेंट समिट के परिणामस्वरूप, केवल तीन महीनों में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वर्तमान सरकार निवेश को केवल कागजों तक सीमित नहीं रख रही, बल्कि उसे वास्तविकता में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।
टीकाराम जूली के बयान पर भाजपा नेताओं का तीखा पलटवार
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली द्वारा राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट पर उठाए गए सवालों के बाद भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने जूली के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में जूली का यह कर्तव्य बनता है कि वे राज्य के विकास में सकारात्मक भूमिका निभाएं।
राठौड़ ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की विफलताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 12.5 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए थे, लेकिन सिर्फ 2% ही धरातल पर उतर पाए। इसके विपरीत, भजनलाल शर्मा सरकार ने महज तीन महीने में 10% निवेश को धरातल पर उतारने का कार्य किया।
भजनलाल शर्मा सरकार की उपलब्धियाँ
पहली बार राजस्थान में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन, जिसमें 30+ देशों के 5000+ निवेशकों की भागीदारी
35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू साइन किए गए
3 लाख करोड़ रुपये के एमओयू केवल तीन महीने में साकार हुए
राज्य की जीएसडीपी में 30.78% की ऐतिहासिक वृद्धि
2030 तक 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर
“कांग्रेस से राजस्थान का विकास देखा नहीं जाता” – भाजपा नेता
भाजपा के वरिष्ठ मंत्री सुरेश सिंह रावत ने जूली पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को राजस्थान के विकास से परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा, “महज तीन महीने में भाजपा सरकार ने जो कार्य किया, वह कांग्रेस सरकार पांच साल में भी नहीं कर पाई।”
भाजपा महामंत्री जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि “राइजिंग राजस्थान समिट” केवल निवेश ही नहीं, बल्कि राज्य के आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक विकास का भी माध्यम बना है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार सिर्फ चुनावी फायदे के लिए इन्वेस्टमेंट समिट करती थी, जबकि भाजपा सरकार ने अपने पहले ही वर्ष में इसे साकार कर दिखाया।
“कांग्रेस के पास ना नीति, ना नियत, ना नियम” – सुभाष मील
खंडेला विधायक सुभाष मील ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस की आदत बन गई है भाजपा के कार्यों पर कीचड़ उछालने की। उन्होंने कहा, “कांग्रेस जितना कीचड़ उछालेगी, कमल उतना ही खिलेगा।”
राइजिंग राजस्थान: निवेश और रोजगार का नया केंद्र
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का लक्ष्य अधिक से अधिक निवेश लाकर रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है। इस समिट में किए गए निवेश से राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यटन, आईटी, स्वास्थ्य और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नई संभावनाएँ खुली हैं। भजनलाल सरकार ने एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए एक विशेष निगरानी तंत्र तैयार किया है, जिसमें हर परियोजना की मासिक समीक्षा मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे हैं।