मनीषा शर्मा। देश में पारित नारी शक्ति वंदन अधिनियम के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने संगठन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। अभी तक पार्टी संगठन में महिला नेताओं की हिस्सेदारी मात्र 10% ही रही है, लेकिन केंद्र के निर्देश के बाद अब इसे 33% तक ले जाने की योजना बनाई जा रही है।
वर्तमान में बीजेपी संगठन में महिलाओं की स्थिति
प्रदेश बीजेपी संगठन में महिलाओं की भागीदारी केवल 10%
44 जिलों में से सिर्फ 4 जिलाध्यक्ष महिलाएं
प्रदेश कार्यकारिणी में 30 में से सिर्फ 5 महिला पदाधिकारी (16%)
बूथ अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष पदों पर महिलाओं की भागीदारी 10% से भी कम
मोर्चों, प्रकोष्ठों और विभागों में महिलाओं की कमान नगण्य
अब संगठन में महिलाओं की भागीदारी कैसे बढ़ेगी?
33% महिला भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए नए निर्देश जारी
प्रदेश कार्यकारिणी में महिला पदाधिकारियों की संख्या 8-9 तक बढ़ सकती है
मंडल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और प्रकोष्ठों में महिलाओं की नियुक्ति बढ़ेगी
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा- “नई कार्यकारिणी में इस निर्देश का पूरा पालन किया जाएगा।”
नारी शक्ति वंदन अधिनियम के बावजूद कम भागीदारी क्यों?
हाल ही में हुए बीजेपी संगठन चुनावों में महिलाओं को 33% हिस्सेदारी नहीं मिली
प्रदेश के 44 जिलों में से सिर्फ 4 जिलों में महिला जिलाध्यक्ष नियुक्त
बूथ और मंडल स्तर पर महिलाओं को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया
19 प्रकोष्ठों में एक भी महिला संयोजक नहीं
केवल महिला मोर्चा और ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ विभाग की प्रमुख महिला
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ का बयान
“यह सही है कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने हमें 33% महिलाओं को संगठन में भागीदार बनाने के निर्देश दिए हैं। अभी यह प्रक्रिया शुरू हुई है और धीरे-धीरे इस रणनीति को पूरी तरह लागू किया जाएगा। आगामी कार्यकारिणी में इसका पूरा पालन किया जाएगा।”
महिलाओं के लिए क्या संभावनाएं हैं?
- नई कार्यकारिणी में महिलाओं को अधिक पद दिए जाएंगे
- बीजेपी के 7 मोर्चों में महिला अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना
- 25 विभागों में कम से कम 9 महिलाओं को संयोजक बनाने की जरूरत
- 19 प्रकोष्ठों में महिला प्रतिनिधित्व को बढ़ावा मिलेगा