शोभना शर्मा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को धमकी देने के मामले में बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया है। बीकानेर और जयपुर सेंट्रल जेल से मिली धमकियों के बाद डीएसपी इंद्र कुमार को हटाकर सीकर भेज दिया गया, जबकि 9 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए।
बीकानेर जेल से धमकी और एक्शन
सीएम को धमकी देने वाला आरोपी आदिल बीकानेर सेंट्रल जेल में बंद था। शुक्रवार सुबह 7:30 बजे उसने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर सीएम को जान से मारने की धमकी दी।
बीकानेर जेल में जांच के बाद निलंबित पुलिसकर्मी:
उप कारापाल: जयसिंह
मुख्य प्रहरी: विजय पाल
प्रहरी: जगदीश प्रसाद, अनिल मीणा
इनमें से एक प्रहरी ने ही आरोपी आदिल को मोबाइल और सिम कार्ड उपलब्ध कराया था।
जयपुर सेंट्रल जेल से डिप्टी सीएम को धमकी
27 मार्च को डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को भी धमकी भरा कॉल आया था। जांच में मोबाइल की लोकेशन जयपुर सेंट्रल जेल की पाई गई।
जयपुर सेंट्रल जेल से सस्पेंड पुलिसकर्मी:
कारापाल: भंवर सिंह
उप कारापाल: रमेश चंद
मुख्य प्रहरी: विरेंद्र सिंह भाटी
प्रहरी: चंद्रपाल, सुरेंद्र सिंह
इन सभी को मुख्यालय केंद्रीय कारागृह भरतपुर भेजा गया है।
जोधपुर जेल से भी मिला धमकी भरा कॉल
23 मार्च को जोधपुर सेंट्रल जेल में भी ऐसी घटना हुई थी। मामले में कारापाल रामचंद्र और मुख्य प्रहरी चैनदान चारण को निलंबित कर दिया गया।
सीएम को पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
सीएम को पिछले 14 महीनों में चार बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है।
21 फरवरी 2024 – दौसा जेल से दो कॉल आए।
27 जुलाई 2024 – श्यालवास जेल से धमकी मिली।
जनवरी 2024 – जयपुर सेंट्रल जेल से कॉल कर गोली मारने की धमकी दी गई।
मार्च 2025 – बीकानेर जेल से धमकी मिली।
आरोपी आदिल की मानसिक स्थिति संदिग्ध
नशे का आदी है और जेल में नशा नहीं मिलने से परेशान था।
दूसरी जेल में शिफ्ट होने के लिए धमकी भरा कॉल किया।
पहले भी खुद को नुकसान पहुंचा चुका है, हाथ की नसें काट चुका है।
जेल प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
बीकानेर जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल के अनुसार, जेल पुलिस ने अपने स्तर पर सर्च अभियान चलाकर आरोपी को पकड़ा।
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि मोबाइल और सिम कार्ड जेल में कैसे पहुंचे और इसमें जेल स्टाफ की कितनी संलिप्तता थी।