शोभना शर्मा। राजस्थान में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार बड़े कदम उठा रहे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित समीक्षा बैठक में ‘राइज़िंग राजस्थान’ में हुए 1000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर चर्चा की गई। इस बैठक में निवेश योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार की गई, ताकि राज्य को इंडस्ट्रियल और इन्वेस्टमेंट हब के रूप में विकसित किया जा सके।
निवेश प्रस्तावों की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ाने के लिए हर महीने उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में विभिन्न कंपनियों के साथ हुए एमओयू (MOU) की समीक्षा की गई और उनके क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं को दूर करने के उपायों पर चर्चा की गई। सरकार का मुख्य उद्देश्य निवेश योजनाओं को जल्द से जल्द धरातल पर लाना है, जिससे प्रदेश में औद्योगिक विकास को मजबूती मिले।
निवेश को साकार करने की प्राथमिकता
बैठक में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि सभी निवेश प्रस्तावों को जल्द से जल्द प्रैक्टिकल स्टेज तक लाया जाए। सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार और नई उद्योग नीति पर तेजी से काम कर रही है, जिससे निवेशकों को किसी प्रकार की अड़चन का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल तैयार कर रही है और प्रदेश को एक मजबूत औद्योगिक केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि निवेश से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं पारदर्शी और सरल हों, ताकि कंपनियों को प्रोजेक्ट लागू करने में आसानी हो।
कंपनियों को हर संभव सहायता के निर्देश
राजस्थान सरकार का लक्ष्य राज्य को एक प्रमुख इंडस्ट्रियल और इन्वेस्टमेंट हब के रूप में विकसित करना है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कंपनियों को हर संभव सहायता दी जाए और निवेश से जुड़ी किसी भी प्रकार की अड़चन को जल्द से जल्द दूर किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बनाई गई है, जिससे राजस्थान में व्यापार करना आसान हो सके। सरकार का ध्यान निवेशकों को सुगमता से भूमि आवंटन, स्वीकृतियां और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर केंद्रित है।