मनीषा शर्मा। राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर स्कूलों में बच्चे फेल होते हैं तो संबंधित शिक्षकों की जवाबदेही तय की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके अलावा, उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में री-टोटलिंग और री-चेकिंग की सुविधा शुरू करने की घोषणा भी की, जिससे छात्रों को उनकी उत्तर पुस्तिकाओं के अंकों की दोबारा जांच का अवसर मिलेगा। मंत्री ने परीक्षा प्रणाली में बड़े बदलावों की जानकारी दी, जिसमें पेपर लीक रोकने के लिए प्रश्नपत्रों को कई खंडों में विभाजित कर विशेषज्ञों से तैयार करवाने की योजना शामिल है। साथ ही, 50,000 शिक्षकों की पदोन्नति और रिक्त पदों को भरने का भी ऐलान किया गया।
री-टोटलिंग और री-चेकिंग की नई सुविधा
बोर्ड परीक्षाओं में कई बार छात्रों को यह शिकायत रहती है कि उनकी उत्तर पुस्तिकाओं का सही मूल्यांकन नहीं हुआ है। इस समस्या को दूर करने के लिए अब छात्रों को री-टोटलिंग (अंकों की दोबारा गणना) और री-चेकिंग (उत्तर पुस्तिका की दोबारा जांच) की सुविधा दी जाएगी।इस फैसले से छात्रों को यह भरोसा मिलेगा कि उनकी मेहनत का सही मूल्यांकन किया जा रहा है और किसी भी गलती की गुंजाइश नहीं होगी। यह निर्णय परीक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाएगा।
शिक्षकों की जवाबदेही तय होगी
शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि किसी स्कूल में छात्रों के परीक्षा परिणाम अच्छे नहीं आते हैं और बच्चे लगातार फेल होते हैं, तो शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए सरकार ने एक नया मानक निर्धारित किया है:
छात्रों को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा।
यदि कोई छात्र 80 में से 40 अंक नहीं ला पाता, तो यह शिक्षक की जिम्मेदारी होगी और शिक्षक की कार्यक्षमता की समीक्षा की जाएगी।
इस निर्णय का उद्देश्य शिक्षकों को अधिक उत्तरदायी बनाना और उन्हें छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रेरित करना है।
50,000 शिक्षकों की पदोन्नति और नई भर्ती
मंत्री मदन दिलावर ने पिछली सरकार पर पांच वर्षों तक शिक्षकों की पदोन्नति नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है और 50,000 शिक्षकों की पदोन्नति जल्द की जाएगी। साथ ही, रिक्त पदों को जल्द भरा जाएगा और नई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। इस कदम से शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और शिक्षकों को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी।
पेपर लीक रोकने के लिए नई परीक्षा प्रणाली
बोर्ड परीक्षाओं में अक्सर पेपर लीक और नकल माफिया के सक्रिय होने की खबरें आती रहती हैं। इस समस्या को खत्म करने के लिए शिक्षा मंत्री ने प्रश्नपत्रों को तीन-चार खंडों में विभाजित कर तैयार कराने की नई व्यवस्था लागू करने की घोषणा की। इस निर्णय से पेपर लीक की संभावना कम होगी और परीक्षा प्रणाली अधिक सुरक्षित होगी। यह बदलाव नकल रोकने के लिए भी प्रभावी साबित होगा।
शिक्षा में सुधार के लिए उठाए जा रहे हैं कदम
मंत्री ने यह भी बताया कि नए शिक्षा सत्र से कई बदलाव लागू किए जाएंगे, जिससे शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक और प्रभावी बनाया जा सके। परीक्षा प्रणाली में सुधार, शिक्षकों की पदोन्नति और नई भर्तियां इन सुधारों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इसके अलावा, छात्रों की पढ़ाई के स्तर को सुधारने के लिए शिक्षकों को अधिक जिम्मेदार बनाने पर जोर दिया जाएगा। सरकार का उद्देश्य है कि शिक्षा व्यवस्था ऐसी हो जिससे छात्रों के परीक्षा परिणाम बेहतर हों और वे उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त कर सकें।