पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सोमवार को अजमेर के अशोक उद्यान में मीडिया से बातचीत करते हुए राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को लेकर सरकार की स्थिति पर सवाल उठाया। पायलट ने कहा कि न तो उन्हें कैबिनेट से हटाया जा रहा है और न ही उनसे किसी विभाग का काम करवाया जा रहा है। इससे सरकार की असमंजसपूर्ण नीति साफ झलकती है। उन्होंने कहा, “सरकार में डिपार्टमेंट होते हैं, अगर किसी को मंत्री बनाया गया है तो उसे काम भी दिया जाना चाहिए। लेकिन यहां एक अजीब स्थिति बनी हुई है कि उन्हें न हटाया जा रहा है और न ही कोई जिम्मेदारी दी जा रही है। आखिर सरकार का यह कन्फ्यूजन क्यों?” पायलट ने भाजपा सरकार में नेतृत्व को लेकर भी सवाल खड़े किए और कहा कि सरकार के अंदर ही आपसी खींचतान चल रही है, जिससे पूरे प्रदेश में एक गलत संदेश जा रहा है।
विधानसभा में अशोभनीय भाषा के इस्तेमाल पर नाराजगी
सचिन पायलट ने विधानसभा में दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर की गई टिप्पणी की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि देश के लिए शहादत देने वाली ऐसी महान हस्ती पर अभद्र टिप्पणी करना गलत है। “हर व्यक्ति को अपने शब्दों का सोच-समझकर उपयोग करना चाहिए। अगर आप किसी का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम अभद्र भाषा का प्रयोग तो न करें।” उन्होंने सभी राजनेताओं से आग्रह किया कि वे राजनीतिक मर्यादा बनाए रखें और ओछी भाषा का प्रयोग न करें।
भाजपा सरकार में आंतरिक कलह, नेतृत्व में असमंजस
पायलट ने भाजपा के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार का सवा साल व्यवस्थागत अस्थिरता में ही बीत गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के कई सत्ता केंद्र बन गए हैं – दिल्ली, जयपुर और राजस्थान में नेतृत्व को लेकर असमंजस की स्थिति है। इससे न केवल प्रशासन प्रभावित हो रहा है बल्कि जनता को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। “राज्य सरकार का पहला साल बेहद अहम होता है, लेकिन इस सरकार ने इसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया। अंदरूनी कलह के कारण नीतिगत फैसले नहीं लिए जा रहे और जनता के मुद्दों को अनदेखा किया जा रहा है।”उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के विधायक एकजुट होकर जनता के मुद्दों को उठा रहे हैं और विधानसभा में मजबूती से अपनी बात रख रहे हैं।
बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड पर पायलट की प्रतिक्रिया
बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड पर सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं और सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है। “महिला सुरक्षा के लिए सरकार की प्राथमिकताएं स्पष्ट नहीं हैं। पुलिस को प्रभावी तरीके से काम करने की जरूरत है, लेकिन सरकार का इस पर नियंत्रण कमजोर नजर आ रहा है। अगर सख्ती नहीं बरती गई तो ऐसे अपराध और बढ़ेंगे।” उन्होंने विधानसभा के अंदर और बाहर इस मुद्दे को उठाने का भरोसा दिलाया और कहा कि कांग्रेस लगातार जनता के हितों की लड़ाई लड़ती रहेगी।
पायलट का भाजपा सरकार पर करारा वार – सत्ताधारी विधायक भी नाराज
सचिन पायलट पाली में NSUI की ‘नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो’ यात्रा में हिस्सा लेने पहुंचे थे। वहां उन्होंने प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर निराशा जताई। “प्रदेश सरकार के सवा साल के कार्यकाल में जनता को कुछ हासिल नहीं हुआ। यहां तक कि खुद भाजपा के विधायक भी अपने क्षेत्रों में काम न होने से परेशान हैं और छाती पीट रहे हैं।” पायलट ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल रोकने के दावे करने के बावजूद इसमें असफल रही है। “सरकार ने परीक्षाओं में नकल रोकने की बात कही थी, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। आज भी कई विसंगतियां हैं, जिन्हें दूर करने की जरूरत है।” उन्होंने कांग्रेस की मजबूती की बात करते हुए कहा कि विधानसभा में उनकी पार्टी जनता की आवाज उठाती रहेगी। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार के मंत्री खुद भी ढंग से जवाब नहीं दे पा रहे हैं।