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भीलवाड़ा महोत्सव 2025: 7 से 9 फरवरी तक होगा भव्य आयोजन

भीलवाड़ा महोत्सव 2025: 7 से 9 फरवरी तक होगा भव्य आयोजन

शोभना शर्मा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में 7 से 9 फरवरी तक भीलवाड़ा महोत्सव 2025 का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में सांस्कृतिक संध्याएं, खेलकूद प्रतियोगिताएं और शोभायात्रा मुख्य आकर्षण होंगे। महोत्सव की तैयारियों को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। गुरुवार को एडीएम प्रशासन ओमप्रकाश मेहरा ने आयोजन स्थलों का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

तीन दिवसीय आयोजन में होंगे विभिन्न कार्यक्रम

जिला कलेक्टर नामित मेहता के निर्देशानुसार इस बार भीलवाड़ा महोत्सव को तीन दिवसीय भव्य आयोजन के रूप में मनाया जाएगा। महोत्सव के विभिन्न कार्यक्रम मुख्य रूप से राजेंद्र मार्ग ग्राउंड और चित्रकूट स्टेडियम में आयोजित होंगे।

7 फरवरी को शोभायात्रा के साथ महोत्सव का आगाज होगा। इसके बाद खेलकूद प्रतियोगिताएं, पारंपरिक और आधुनिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी। सांस्कृतिक संध्याएं भी तीनों दिन आयोजित की जाएंगी, जिनमें स्थानीय और राष्ट्रीय कलाकारों की प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी।

शोभायात्रा और पार्किंग व्यवस्था का लिया गया जायजा

महोत्सव के सफल आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को फील्ड विजिट रखी गई। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने शोभायात्रा के रूट और पार्किंग व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। एडीएम प्रशासन ओमप्रकाश मेहरा ने बताया कि महोत्सव के दौरान यातायात सुगम रखने और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे।

अधिकारियों ने की महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा

भीलवाड़ा महोत्सव के आयोजन को लेकर आयोजित बैठक और फील्ड निरीक्षण में विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान एडीएम सिटी प्रतिभा देवठिया, जिला उद्योग केंद्र से राहुल देव सिंह, नगर विकास न्यास सचिव ललित गोयल, नगर निगम आयुक्त हेमाराम चौधरी, जिला कोष अधिकारी टीना रोलानिया, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अरुणा गारू, जिला शिक्षा अधिकारी योगेश पारीक, जिला खेल अधिकारी हेमेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

भीलवाड़ा महोत्सव: पर्यटन और संस्कृति को मिलेगा बढ़ावा

भीलवाड़ा महोत्सव हर साल शहर की संस्कृति, खेलकूद और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है। यह महोत्सव न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पर्यटकों के लिए भी खास रहता है। महोत्सव के माध्यम से राजस्थान की लोककला, पारंपरिक संगीत और खेलों को मंच मिलता है, जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को पहचान भी मिलती है।

महोत्सव के दौरान शहर को विशेष रूप से सजाया जाएगा और विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शनियां और फूड स्टॉल भी लगाए जाएंगे। इसके साथ ही स्थानिय हस्तशिल्प और कला प्रदर्शनियों का भी आयोजन होगा, जिससे शिल्पकारों और कारीगरों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने का अवसर मिलेगा।

 

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