मनीषा शर्मा। उदयपुर में बुधवार को भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने भाजपा शहर अध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ के नाम की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस और उनके नेताओं पर जमकर निशाना साधा। खासतौर पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और चूरू सांसद राहुल कस्वां पर तीखे प्रहार किए।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के नेता भाजपा और आरएसएस को लेकर बिना जानकारी के बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डोटासरा को फोबिया हो गया है और उन्हें संघ और भाजपा की A-B-C-D तक नहीं पता। वहीं, राहुल कस्वां के बयान पर उन्होंने कहा कि उन्हें पश्चाताप करना चाहिए।
डोटासरा को हो गया है फोबिया – राजेंद्र राठौड़
गौरतलब है कि मंगलवार को सीकर में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि “भाजपा और संघ के लोगों को सपने में भी गांधी परिवार ही नजर आता है।”
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राठौड़ ने कहा,
“डोटासरा को फोबिया हो गया है। उन्हें संघ और भाजपा की कोई समझ नहीं है। उनके बयान इस बात को साबित करते हैं कि वे बिना किसी जानकारी के संगठन पर टिप्पणी कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार के सख्त रवैये से कांग्रेस घबराई हुई है। पिछली सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार के मामलों की जांच चल रही है और पेपर लीक मामले में भी कई लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो चुकी है।
“होटल में कैद रहना कांग्रेस का पावर सेक्टर था”
जब राठौड़ से कांग्रेस द्वारा भाजपा सरकार के पावर सेक्टर को लेकर किए जा रहे सवालों पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि,
“कांग्रेस के शासन में दो पावर सेंटर थे। एक तो वे खुद पांच सितारा होटलों में कैद थे, और दूसरा, 19 विधायकों का अलग होकर डिप्टी सीएम के साथ रहना। अब वे हमें सिखाने चले हैं?”
उनका इशारा कांग्रेस के उस दौर की ओर था जब अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुटों में बंट गए थे और कई विधायकों को जयपुर और मानेसर के होटलों में शिफ्ट कर दिया गया था।
राठौड़ का राहुल कस्वां पर पलटवार – “वे पश्चाताप करें”
चूरू सांसद राहुल कस्वां ने हाल ही में एक बयान दिया था कि राजेंद्र राठौड़ का गुंडाराज चल रहा है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राठौड़ ने राहुल कस्वां को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा,
“राहुल कस्वां को अपने बयान पर पश्चाताप करना चाहिए। वे और उनके पिता दशकों तक मेरे सहयोगी रहे हैं। जब मैं सत्ता में था, तब उन्होंने मेरे साथ कई साल बिताए। आज उन्हें चारों ओर गुंडाराज दिख रहा है?”
उन्होंने कहा कि भाजपा में अनुशासन और विचारधारा का महत्व है और कांग्रेस को पहले अपने अंदर झांकना चाहिए।