शोभना शर्मा। मंगलवार को अजमेर नगर निगम की साधारण सभा का आयोजन गांधी भवन स्थित सभागार में किया गया। इस विशेष बैठक का मुख्य एजेंडा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नगर निगम का बजट पारित करना था। 4 घंटे 20 मिनट तक चली इस सभा में 429 करोड़ का बजट पारित किया गया। यह बजट पिछले साल के मुकाबले 7.29 करोड़ अधिक है। साधारण सभा में केवल एक ही प्रस्ताव पर चर्चा की गई, जो कि इस बजट से संबंधित था।
बजट के मुख्य बिंदु
महापौर ब्रज लता हाड़ा ने बताया कि पारित बजट में शहर के विकास कार्यों और निगम की आय बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं शामिल हैं। बजट को लेकर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों के अलावा निगम के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
यूजर चार्ज और यूडी टैक्स का विवाद
साधारण सभा में सबसे अधिक चर्चा यूजर चार्ज और यूडी टैक्स को लेकर हुई। पार्षदों ने सर्वसम्मति से यूजर चार्ज की वसूली को होल्ड पर रखने का प्रस्ताव रखा और सरकार को इसके लिए पत्र भेजने का निर्णय लिया। यह तय किया गया कि जमादार अब यूजर चार्ज की वसूली नहीं करेंगे। इस मामले में तकनीकी टीम का गठन किया जाएगा, जो वसूली प्रक्रिया पर नए सुझाव देगी।
सफाई कर्मचारियों की 2012 की भर्ती का मुद्दा
बैठक के दौरान सफाई कर्मचारियों की 2012 की भर्ती का मुद्दा भी गरमाया। भाजपा और कांग्रेस के सभी पार्षदों ने एक स्वर में मांग की कि सभी कर्मचारियों को नियुक्ति दी जाए। हालांकि, यह मामला फिलहाल हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इसे लेकर विधि विभाग, नेता प्रतिपक्ष, भाजपा पार्षद दल, महापौर और आयुक्त की एक विशेष बैठक सोमवार को महापौर के कक्ष में आयोजित की जाएगी। इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
शहर के विकास कार्यों पर जोर
महापौर ने बताया कि बजट में शहर के विकास कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। इस बजट में प्रमुख रूप से सड़कों के निर्माण, स्वच्छता अभियान, और शहर की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने पर फोकस किया गया है। साथ ही, नगर निगम की आय को बढ़ाने के लिए नई योजनाओं पर भी विचार किया गया है।
बजट का इकलौता प्रस्ताव
साधारण सभा में 429 करोड़ 99 लाख 12 हजार रुपये के बजट को पारित किया गया। यह बजट 2024-25 के बजट से 7.29 करोड़ ज्यादा है। यह साधारण सभा का एकमात्र एजेंडा था, और इस पर गहन चर्चा की गई। महापौर ने बताया कि बजट में प्रस्तावित योजनाओं का कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा।