शोभना शर्मा, अजमेर। दरगाह में हिंदू मंदिर होने का दावा करने वाले हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता को हाल ही में जान का खतरा महसूस हो रहा है। उन्होंने इस खतरे के मद्देनजर कोर्ट में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। विष्णु गुप्ता ने गुरुवार को जिला जज मनमोहन चंदेल को एक शिकायत पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने कोर्ट रूम में अनावश्यक प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब गुप्ता को जान से मारने की धमकियां मिलीं, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली के बाराखंबा थाने में पुलिस शिकायत भी दर्ज कराई थी।
विष्णु गुप्ता का दावा
विष्णु गुप्ता का कहना है कि अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर है। इस दावे के चलते उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं। गुप्ता ने जज को दिए पत्र में कहा कि सुनवाई के दौरान उन्हें जज के चैंबर में खतरा महसूस हो रहा है। उन्होंने मांग की है कि केवल मुकदमे से संबंधित अधिवक्ताओं और व्यक्तियों को ही न्यायालय कक्ष में प्रवेश दिया जाए, ताकि सुरक्षा संबंधी समस्याओं से बचा जा सके।
कोर्ट में सुरक्षा की मांग
गुप्ता ने जज को पत्र लिखकर यह भी कहा कि पिछली सुनवाई के दौरान न्यायालय कक्ष में अत्यधिक भीड़ थी, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा था। 20 दिसंबर 2024 को हुई पिछली सुनवाई के दौरान न्यायालय कक्ष में इतनी भीड़ हो गई थी कि वहां पर बैठने की भी जगह नहीं थी। ऐसी स्थिति में किसी भी व्यक्ति द्वारा उन्हें नुकसान पहुंचाने का खतरा था। इसलिए, उन्होंने अगली सुनवाई में केवल मामलों से संबंधित व्यक्तियों को ही न्यायालय कक्ष में प्रवेश देने की मांग की है।
धमकियों का सिलसिला
विष्णु गुप्ता को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। गुप्ता का कहना है कि उन्हें यह धमकियां उनके दावे के कारण मिल रही हैं, जिसमें वे अजमेर दरगाह में हिंदू मंदिर होने का दावा कर रहे हैं। यह मामला न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे विभिन्न समुदायों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
अगली सुनवाई का महत्व
इस मामले की अगली सुनवाई 24 जनवरी 2025 को होगी। गुप्ता ने इस मामले में न्यायालय में भगवान संकट मोचन महादेव विराजमान व अन्य बनाम दरगाह कमेटी दरगाह ख्वाजा साहब और अन्य के खिलाफ याचिका दायर की है। इस मामले में गुप्ता की दलीलें और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे न केवल उनके लिए बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
धार्मिक और सामाजिक संदर्भ
अजमेर दरगाह, जो ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के रूप में प्रसिद्ध है, भारत में एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में विष्णु गुप्ता का दावा और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से संवेदनशील हैं। यह मामला न केवल हिंदू-मुस्लिम संबंधों को प्रभावित कर सकता है, बल्कि इससे समाज में धार्मिक सहिष्णुता और सामंजस्य पर भी असर पड़ सकता है।