शोभना शर्मा। राजस्थान के कद्दावर नेता और कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा सोमवार को अपने पुराने अंदाज में नजर आए। दशकों से राजनीति में सक्रिय, छह बार विधायक और तीन बार सांसद रह चुके किरोड़ी लाल मीणा एक समय में एमबीबीएस डॉक्टर भी थे। डॉक्टरी से राजनीति में कदम रखने वाले यह किसान नेता एक बार फिर चिकित्सा शिविर में अपनी पुरानी भूमिका निभाते दिखे।
चिकित्सा शिविर में डॉक्टर किरोड़ी का विशेष अंदाज
सवाई माधोपुर के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित चिकित्सा शिविर में किरोड़ी लाल मीणा ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर के रूप में लोगों का ब्लड प्रेशर चेक किया और उन्हें चिकित्सकीय परामर्श भी दिया। यह दृश्य देखने लायक था, जहां राजनीति के मंच पर छाए रहने वाले इस नेता ने अपने पुराने पेशे को याद किया और लोगों के इलाज में सक्रिय भूमिका निभाई।
सवाई माधोपुर का 262वां स्थापना दिवस
सवाई माधोपुर के 262वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियां शामिल रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत “रन फॉर सवाई माधोपुर” मैराथन दौड़ से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इसके बाद दशहरा मैदान में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में एक निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
चिकित्सा शिविर में किरोड़ी लाल मीणा का डॉक्टर के रूप में सक्रिय होना आयोजन का मुख्य आकर्षण रहा। उन्होंने न केवल मरीजों का ब्लड प्रेशर चेक किया, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। कार्यक्रम में उनकी भूमिका ने यह संदेश दिया कि एक नेता होने के साथ-साथ वह एक डॉक्टर भी हैं और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी अभी भी पूरी तरह जीवंत है।
कला, खेल और विरासत का संगम
स्थापना दिवस के इस अवसर पर बच्चों और युवाओं के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। दशहरा मैदान पर स्कूली बच्चों के बीच चित्रकला प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें छात्रों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। भैरव दरवाजा से गलता मंदिर तक हेरिटेज वॉक का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया। यह वॉक सवाई माधोपुर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए दशहरा मैदान पर महिला फुटबॉल मैच का आयोजन किया गया। कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने इस आयोजन का उद्घाटन किया और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। उनकी उपस्थिति ने न केवल खिलाड़ियों को प्रेरित किया, बल्कि खेल और शिक्षा के प्रति उनके समर्पण को भी दर्शाया।
कोरोना काल में भी दिखा था डॉक्टर किरोड़ी का जज्बा
यह पहली बार नहीं है जब किरोड़ी लाल मीणा ने चिकित्सा क्षेत्र में सक्रियता दिखाई हो। कोरोना महामारी के दौरान भी उन्होंने मरीजों की मदद के लिए अपनी चिकित्सकीय योग्यता का भरपूर उपयोग किया था। उनके इस प्रयास ने समाज में उनकी छवि को और भी प्रबल बनाया।