शोभना शर्मा । जयपुर में मकर संक्रांति का त्योहार हर साल बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार 2025 में भी शहर में पतंगबाजी का नजारा देखने लायक था। रंग-बिरंगी पतंगों से सजा आसमान, छतों पर गूंजती “वो काटा” की आवाजें और संगीत की धुन पर झूमते लोग—यह सब जयपुर की मकर संक्रांति को खास बनाता है। राजस्थान में मकर संक्रांति के दौरान पतंगबाजी का अपना एक अलग ही उत्साह होता है। जयपुर के जलमहल, घाट गेट और परकोटा क्षेत्र इस त्योहार के मुख्य केंद्र बने। राजनीति के दिग्गज, बॉलीवुड के सितारे और स्थानीय लोग सभी ने मिलकर इस अवसर को यादगार बनाया।
मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने की पतंगबाजी
जयपुर के जलमहल की पाल पर राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वारा आयोजित पतंग महोत्सव में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम दिया कुमारी और भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने शिरकत की। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने खुद पतंग उड़ाई, वहीं डिप्टी सीएम दिया कुमारी और बालमुकुंद आचार्य ने भी अपनी पतंगबाजी के हुनर का प्रदर्शन किया। इस उत्सव में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, विधायक रफीक खान, आमीन कागजी, और सिविल लाइन विधायक गोपाल शर्मा जैसे कई दिग्गज नेता शामिल हुए। राजनीति और उत्सव का यह अद्भुत संगम जयपुर की मकर संक्रांति को और भी खास बनाता है।
फिल्मी सितारों की शिरकत
जयपुर में इन दिनों बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार और परेश रावल अपनी फिल्म “भूत बंगला” की शूटिंग के लिए आए हुए हैं। मकर संक्रांति के अवसर पर अक्षय कुमार और परेश रावल सिसोदिया रानी का बाग पहुंचे, जहां उन्होंने पतंगबाजी का आनंद लिया। अक्षय ने पतंग उड़ाई और परेश रावल ने चरखी थामी। उनकी मौजूदगी ने इस पर्व में चार चांद लगा दिए।
जयपुर की पतंगबाजी का जोश
जयपुर की पतंगबाजी पूरे देश में मशहूर है। यहां सुबह सूरज उगने से पहले ही छतों पर लोग जमा होने लगते हैं। सारा दिन “वो काटा, वो मारा” की गूंज और रंग-बिरंगी पतंगों से भरा आसमान उत्सव का माहौल बनाता है। इस बार भी नागौर, सीकर और जयपुर सहित पूरे राजस्थान में मकर संक्रांति के दौरान पतंगबाजी का विशेष आयोजन हुआ। जयपुर के परकोटा क्षेत्र में स्थित किशनपोल बाजार और सोखियों का रास्ता पतंगबाजी के हॉटस्पॉट बने।
खास पकवान और संगीत का आनंद
सर्दियों के इस त्योहार पर गरमा-गरम पकौड़ी, गजक, तिल के लड्डू और मूंगफली जैसे व्यंजन हर घर में बनते हैं। पतंगबाजी के साथ-साथ लोग मारवाड़ी और बॉलीवुड गानों पर झूमते-नाचते हैं। डीजी की धुन और पारंपरिक पकवानों के साथ त्योहार का मजा दोगुना हो जाता है।
राजनीति और पारंपरिक पतंग उत्सव
जयपुर में पतंग उत्सव का आयोजन सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक मिलन भी है। हर साल राजनेता अपने समर्थकों के साथ पतंगबाजी करते हैं। पूर्व सांसद स्वर्गीय रामदास अग्रवाल के परिवार ने इस बार भी परंपरा को निभाते हुए किशनपोल बाजार में उत्सव आयोजित किया।
नए जमाने की पतंगबाजी
जयपुर में मकर संक्रांति के दौरान अब हाई-टेक पतंगें देखने को मिलती हैं। लोग आकर्षक डिजाइन और LED लाइट्स से सजी पतंगें उड़ाते हैं। यह नजारा देखने लायक होता है, खासकर रात के समय।