शोभना शर्मा, अजमेर। किशनगढ़ के मार्बल एरिया स्थित मंगलमूर्ति स्टीलर ब्लू फैक्ट्री में रविवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। फैक्ट्री परिसर में बने कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे तीन श्रमिकों में से एक की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। घटना की जानकारी सुबह तब मिली, जब फैक्ट्री के अन्य कर्मचारियों ने उन्हें जगाने की कोशिश की लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
कैसे हुआ हादसा?
शनिवार रात को किशनगढ़ में बारिश के बाद ठंड में तेज बढ़ोतरी हो गई थी। ठंड से बचने के लिए मंगलमूर्ति स्टीलर ब्लू फैक्ट्री में काम करने वाले तीन श्रमिक—कृष्ण कुमार यादव (30), सत्यनारायण, और छोटू—फैक्ट्री परिसर में बने एक कमरे में अंगीठी जलाकर सो गए। सुबह तक कमरे में अंगीठी के धुएं की वजह से दम घुटने की स्थिति बन गई। फैक्ट्री कर्मचारियों ने सुबह जब उन्हें नहीं उठते देखा, तो तत्काल गांधीनगर थाना पुलिस को सूचित किया। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर कटर की मदद से कमरे का दरवाजा काटा और बेसुध पड़े तीनों श्रमिकों को बाहर निकाला।
मौत और घायलों की स्थिति
पुलिस के अनुसार, हादसे में उत्तर प्रदेश निवासी कृष्ण कुमार यादव की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य दो श्रमिक सत्यनारायण और छोटू को गंभीर हालत में निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए राजकीय यज्ञनारायण अस्पताल की मोर्चरी भेजा गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और श्रमिकों के परिवारों को सूचित करने का प्रयास कर रही है।
पुलिस और बचाव कार्य
गांधीनगर थाना के एसएचओ सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि फैक्ट्री से सुबह सूचना मिलने पर तुरंत एक टीम मौके पर पहुंची। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और स्थिति का अंदाजा लगाते हुए कटर की मदद से दरवाजे को तोड़ा गया। कमरे के अंदर दम घुटने की स्थिति स्पष्ट थी, क्योंकि अंगीठी का धुआं पूरे कमरे में भर चुका था।
सर्दी और सुरक्षा उपायों की अनदेखी
किशनगढ़ में शनिवार की बारिश के बाद ठंड में भारी इजाफा हुआ था। श्रमिकों ने ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाई, लेकिन कमरे में उचित वेंटिलेशन न होने के कारण दम घुटने की स्थिति पैदा हुई। इस हादसे ने सर्दी के मौसम में सुरक्षा उपायों और जागरूकता की कमी को उजागर किया है।
मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने श्रमिकों की कार्य और रहने की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। फैक्ट्री परिसर में श्रमिकों के लिए बनाए गए कमरे में उचित वेंटिलेशन का अभाव और सुरक्षा प्रबंधों की कमी ने इस दुर्घटना को जन्म दिया। यह हादसा न केवल फैक्ट्री प्रबंधन की जिम्मेदारी पर सवाल उठाता है, बल्कि मजदूर कल्याण से जुड़े बड़े मुद्दों की ओर भी इशारा करता है।
प्रशासन और पुलिस की अपील
गांधीनगर थाना पुलिस ने हादसे के बाद फैक्ट्री प्रबंधन और अन्य श्रमिकों को ठंड के मौसम में अंगीठी और अन्य गर्माहट के साधनों का उपयोग करते समय सावधानी बरतने की अपील की है। पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि वे अंगीठी या हीटर का उपयोग करते समय वेंटिलेशन का ध्यान रखें और कमरे के दरवाजे-खिड़कियां हल्के से खुले रखें।
सर्दी के मौसम में सतर्कता की जरूरत
सर्दी के मौसम में ऐसी घटनाएं अक्सर होती हैं, जहां ठंड से बचने के प्रयास में लोग अंगीठी, कोयले या गैस हीटर का उपयोग करते हैं। इस हादसे से यह स्पष्ट है कि ऐसे साधनों का उपयोग करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। दम घुटने जैसी घटनाओं से बचने के लिए पर्याप्त वेंटिलेशन और जागरूकता जरूरी है।