मनीषा शर्मा। बीकानेर में शुक्रवार से 3 दिवसीय इंटरनेशनल केमल फेस्टिवल का आगाज हुआ। पहले ही दिन बीकानेर के लोक कलाकार पवन व्यास ने 2025 फीट लंबी पगड़ी बांधकर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया। इस उपलब्धि के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम ने पवन व्यास को प्रोविजनल सर्टिफिकेट भी प्रदान किया।
इस फेस्टिवल की शुरुआत हेरिटेज वॉक से हुई, जो बीकानेर के ऐतिहासिक स्थलों से होकर गुजरी। हालांकि, इंटरनेशनल कहे जाने वाले इस फेस्टिवल में विदेशी सैलानियों की संख्या पहले दिन बेहद कम रही।
पवन व्यास का वर्ल्ड रिकॉर्ड:
फेस्टिवल की शुरुआत से पहले लोक कलाकार पवन व्यास ने 2025 फीट लंबी पगड़ी बांधकर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम ने इसे मान्यता दी।
यह रिकॉर्ड बीकानेर के पारंपरिक कला और संस्कृति को वैश्विक मंच पर ले जाने की कोशिश है।
हेरिटेज वॉक:
हेरिटेज वॉक के माध्यम से बीकानेर की समृद्ध संस्कृति और परंपरा को दिखाया गया।
इस वॉक में नगाड़ा, मश्क, चंग और बांसुरी जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों की गूंज रही।
देशी-विदेशी सैलानियों ने मथेरण, बंधेज, पॉटरी, सुनहरी कलम और साफा बांधने की कला का अनुभव किया।
मुख्य आकर्षण:
भांडाशाह जैन मंदिर के पास: हरियाणवी रागड़ी की प्रस्तुति।
चूड़ी बाजार: लाख की चूड़ी बनाने की कला का प्रदर्शन।
सब्जी बाजार की ऐतिहासिक चौकी:
- रम्मत का प्रदर्शन।
- भुजिया, घेवर और जलेबी बनाने का लाइव प्रदर्शन।
- बीकानेर की जूतियों का निर्माण प्रक्रिया।
मोहता चौक:
ब्लॉक और स्क्रीन प्रिंटिंग।
बीकानेर की प्रसिद्ध रबड़ी का लाइव निर्माण।
कठपुतली के खेल और गणगौर गीतों की प्रस्तुति।
पहले दिन के कार्यक्रम:
- दोपहर 1 बजे: धरणीधर मैदान में हैंडीक्राफ्ट और फूड फेस्टिवल।
- सायं 7 बजे: प्रसिद्ध गायक प्रकाश माली द्वारा सांस्कृतिक संध्या।
दूसरे दिन के मुख्य आकर्षण:
1. ऊंट प्रतियोगिताएं:
- सुबह 9 बजे राष्ट्रीय ऊष्ट अनुसंधान केंद्र में विभिन्न ऊंट प्रतियोगिताएं।
2. भव्य शोभा यात्रा:
- दोपहर 3:30 बजे जूनागढ़ से डॉ. करणी सिंह स्टेडियम तक शोभा यात्रा निकाली जाएगी।
3. सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं:
- शाम 4:30 बजे मिस मरवण, मिस्टर बीकाणा, और ढोला-मरवण प्रतियोगिताएं।
4. फोक नाइट:
- सायं 7 बजे करणी सिंह स्टेडियम में लोक कलाकारों की रंगारंग प्रस्तुति।
तीसरे दिन के मुख्य आकर्षण:
तीसरे दिन के सभी कार्यक्रम रायसर में आयोजित होंगे।
1. ग्रामीण खेल:
- प्रातः 9 बजे से ग्रामीण खेल प्रतियोगिताएं।
2. पतंगबाजी का प्रदर्शन:
- विश्व प्रसिद्ध पतंगबाज असगर खां जोधपुर द्वारा देशी-विदेशी पतंगों की प्रदर्शनी।
3. रोमांचक गतिविधियां:
- दोपहर 1:30 बजे से रोमांचक खेल और गतिविधियां।
4. सांस्कृतिक कार्यक्रम और अग्नि नृत्य:
- शाम 6 बजे फोक नाइट और अग्नि नृत्य।
- पटियाला, प्रयागराज और उदयपुर के सांस्कृतिक केंद्रों से आए कलाकारों की विशेष प्रस्तुति।
बीकानेर केमल फेस्टिवल: सांस्कृतिक और पर्यटन का संगम
बीकानेर इंटरनेशनल केमल फेस्टिवल राजस्थान की परंपरा, संस्कृति और कला को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।
- फेस्टिवल में हर वर्ष स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक शामिल होते हैं।
- ऊंटों से जुड़ी प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम इसकी विशेष पहचान हैं।
पर्यटकों के लिए सुझाव:
- कार्यक्रम शेड्यूल देखें:
- फेस्टिवल के हर दिन के अलग-अलग कार्यक्रमों का लुत्फ उठाएं।
- स्थानीय खानपान:
- बीकानेर के भुजिया, रबड़ी और घेवर का स्वाद जरूर लें।
- परंपरागत कला:
- चूड़ी, जूतियां, और ब्लॉक प्रिंटिंग का अनुभव करें।
- ऊंट प्रतियोगिताएं:
- ऊंटों की अनोखी प्रतियोगिताएं देखने का मौका न गंवाएं।