मनीषा शर्मा, अजमेर । राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) द्वारा 12वीं कक्षा के करीब 13 लाख स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल एग्जाम कल, 9 जनवरी से शुरू हो रहे हैं। ये परीक्षाएं 8 फरवरी तक चलेंगी। वहीं, प्राइवेट स्टूडेंट्स के लिए प्रैक्टिकल एग्जाम 1 फरवरी से 8 फरवरी तक आयोजित किए जाएंगे। इस बार बोर्ड ने परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं।
प्रैक्टिकल एग्जाम में लोकेशन के साथ फोटो अनिवार्य:
RBSE ने पहली बार प्रैक्टिकल एग्जाम में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षकों को लोकेशन के साथ तीन बार फोटो भेजने का निर्देश दिया है।
- परीक्षा शुरू होने से पहले
- परीक्षा के दौरान
- परीक्षा समाप्त होने के बाद
बोर्ड का उद्देश्य इस प्रक्रिया के जरिए किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या फर्जीवाड़े को रोकना है।
निरीक्षण दल का गठन:
परीक्षा के दौरान जिला स्तर पर निरीक्षण दल बनाए जाएंगे। प्रत्येक जिले में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी (सीडीईओ) के नेतृत्व में दो उड़नदस्ते गठित किए जाएंगे। इन दलों में तीन-तीन शिक्षाविद शामिल होंगे, जो नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे और रिपोर्ट तैयार करेंगे।
परीक्षा गोपनीयता और मीडिया नियम:
बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि प्रैक्टिकल एग्जाम से संबंधित कोई भी जानकारी सार्वजनिक न करें। मीडिया से बातचीत के लिए केवल बोर्ड सचिव अधिकृत हैं।
प्रायोगिक परीक्षाओं के दिशा-निर्देश:
बोर्ड ने प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए स्कूलों और परीक्षकों के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
- परीक्षा बैच: प्रयोगशाला की क्षमता के अनुसार ही परीक्षार्थियों के बैच बनाकर परीक्षा कराई जाए।
- स्टाफ: प्रयोगशाला में अधिकृत स्टाफ के अलावा अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न हो।
- शेड्यूल: परीक्षा कार्यक्रम तय कर इसकी सूचना बोर्ड और संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) को दें।
- परीक्षा समाप्ति की सूचना: परीक्षा पूरी होने के बाद नियंत्रण कक्ष को सूचना फैक्स और फोन के माध्यम से दें।
परीक्षकों की जिम्मेदारियां:
परीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि:
- यदि कोई छात्र तय समय पर अनुपस्थित रहता है, तो शाला प्रधान की अनुमति से उसे अन्य बैच में शामिल किया जा सकता है।
- परीक्षकों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि परीक्षा के दौरान कोई भी अनुचित गतिविधि न हो।
- परीक्षक उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन परीक्षा स्थल पर न करें। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन परीक्षा समाप्ति के तीन दिन के भीतर कर, अंक और दस्तावेज स्पीड पोस्ट के माध्यम से बोर्ड को भेजना होगा।
प्राइवेट स्टूडेंट्स की परीक्षा:
प्राइवेट स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल एग्जाम 1 फरवरी से 8 फरवरी तक आयोजित होंगे। उनके लिए भी समान नियम और गाइडलाइंस लागू होंगे।
परीक्षकों के लिए सतर्कता निर्देश:
बोर्ड ने साफ किया है कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि किसी परीक्षक को नियमों के उल्लंघन या गड़बड़ी की शिकायत मिलती है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन, जिला शिक्षा अधिकारी, या बोर्ड को सूचित करना होगा।
परीक्षार्थियों के लिए अहम जानकारी:
- परीक्षा में शामिल होने वाले सभी विद्यार्थियों को स्कूल द्वारा दी गई गाइडलाइंस का पालन करना होगा।
- बिना बोर्ड के निर्देश के किसी गैर-पंजीकृत छात्र की परीक्षा नहीं ली जाएगी।
- प्रैक्टिकल एग्जाम के दौरान स्कूल परिसर में अनुशासन बनाए रखना अनिवार्य है।
परीक्षा प्रक्रिया में नवाचार:
इस बार बोर्ड ने तकनीक का उपयोग करते हुए परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने की कोशिश की है। लोकेशन और फोटो अपलोड करने जैसी प्रक्रिया से परीक्षा की निगरानी और बेहतर होगी।
बोर्ड सचिव का बयान:
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि “RBSE ने इस बार प्रैक्टिकल एग्जाम में अनुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। हर स्तर पर परीक्षा प्रक्रिया को गोपनीय और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए आवश्यक तैयारियां की गई हैं।”
छात्रों के लिए सुझाव:
- अपनी प्रैक्टिकल परीक्षा के शेड्यूल की जानकारी स्कूल से समय पर प्राप्त करें।
- परीक्षा के लिए आवश्यक उपकरण और सामग्री पहले से तैयार रखें।
- स्कूल द्वारा दी गई सभी गाइडलाइंस का पालन करें।


