मनीषा शर्मा। राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार ने पेयजल संकट को दूर करने के लिए एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। यमुना जल समझौते के तहत राजस्थान को हरियाणा से पानी मिलेगा। यह कदम राज्य के शेखावाटी क्षेत्र के लिए एक बड़ा राहत भरा निर्णय साबित होगा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के बीच हुई महत्वपूर्ण बैठक में इस समझौते को अंतिम रूप दिया गया। साथ ही, राजस्थान और हरियाणा के अधिकारियों की ज्वाइंट टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा, जो यमुना जल समझौते की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करेगी।
ईआरसीपी और यमुना जल समझौता: एक नई उपलब्धि
राजस्थान लंबे समय से यमुना के पानी के लिए प्रयासरत था। इससे पहले, राज्य सरकार ने ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) और पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) परियोजना को जोड़कर एक बड़ी पहल की थी।
- ईआरसीपी का उद्देश्य:
यह परियोजना राजस्थान के 13 जिलों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने जयपुर दौरे के दौरान इस परियोजना का शिलान्यास किया।अब, यमुना जल समझौता शेखावाटी क्षेत्र में पानी की कमी को दूर करने के लिए एक और मील का पत्थर साबित होगा।
केंद्रीय मंत्री का आश्वासन: पानी की कमी नहीं आने देंगे
बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार राज्यों में पानी की कमी नहीं होने देगी। उन्होंने जल जीवन मिशन और नदियों को जोड़ने की परियोजनाओं को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा का अतिरिक्त पानी राजस्थान को उपलब्ध कराना एक सकारात्मक कदम है, जिससे दोनों राज्यों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनेंगे।
सीएम भजनलाल शर्मा ने जताया आभार
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस ऐतिहासिक पहल के लिए केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा,
“यह समझौता शेखावाटी क्षेत्र में जल संकट का स्थायी समाधान प्रदान करेगा। ज्वाइंट टास्क फोर्स जल्द ही डीपीआर तैयार करके इसे लागू करेगी।”
यमुना जल समझौता: क्या है योजना?
ज्वाइंट टास्क फोर्स का गठन:राजस्थान और हरियाणा के अधिकारी मिलकर डीपीआर तैयार करेंगे।
शेखावाटी क्षेत्र को प्राथमिकता:शेखावाटी क्षेत्र के बड़े हिस्से को इस समझौते से लाभ होगा।
जल वितरण में पारदर्शिता:अंतरराज्यीय जल समझौतों के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया जाएगा।
शेखावाटी क्षेत्र को होगा बड़ा लाभ
यमुना जल समझौता खासतौर से राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है, जहां पेयजल की कमी एक बड़ी समस्या है। इस क्षेत्र में जल संकट का स्थायी समाधान प्रदान करने के लिए यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।


