शोभना शर्मा। नए साल की शुरुआत के साथ राजस्थान में आध्यात्मिकता और धार्मिक आस्था की झलक देखने को मिली। राज्य के प्रमुख मंदिरों में लाखों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। जयपुर, सीकर, चित्तौड़गढ़, दौसा, चूरू जैसे शहरों के प्रमुख मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा।
सांवलियाजी मंदिर: लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र
चित्तौड़गढ़ स्थित सांवलियाजी मंदिर में नववर्ष के दिन लाखों भक्त दर्शन करने पहुंचे। मंदिर मंडल के सदस्य संजय मंडोवरा ने जानकारी दी कि शाम 5 बजे तक 12 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। सांवलियाजी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली, और मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण से गूंज उठा।
श्रद्धालुओं ने भगवान सांवलियाजी के दर्शन के साथ नए साल की शुभकामनाएं और प्रार्थनाएं कीं। मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा, जिसमें सुरक्षा और दर्शन व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई।
सीकर के खाटूश्यामजी मंदिर में उमड़ी भीड़
सीकर का खाटूश्यामजी मंदिर भी नए साल के अवसर पर श्रद्धालुओं से भरा रहा। भक्तजन भगवान श्याम बाबा के दर्शन के लिए सुबह से ही लंबी कतारों में लगे रहे। खाटूश्यामजी मंदिर में खासतौर पर नए साल पर मंगला आरती का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों भक्तों ने भाग लिया।
श्रीनाथजी मंदिर में मुख्यमंत्री ने की पूजा
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डीग में स्थित श्रीनाथजी मंदिर में नए साल पर विशेष पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री मंगलवार शाम हेलिकॉप्टर से पूछरी का लौठा पहुंचे और वहां से सीधे श्रीनाथजी मंदिर गए।
सुबह मंगला आरती में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में भक्तों से मुलाकात की और नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री के इस धार्मिक दौरे ने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का ध्यान खींचा।
सालासर बालाजी और मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में भीड़
चूरू के सालासर बालाजी मंदिर और दौसा के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में भी नववर्ष के दिन भक्तों की भीड़ उमड़ी। भक्तगण बालाजी के दर्शन कर अपने जीवन में शांति और समृद्धि की कामना कर रहे थे।
दोनों मंदिरों में विशेष पूजा और भजन संध्या का आयोजन किया गया। सालासर बालाजी मंदिर में भक्तों ने रात ढाई बजे से ही दर्शन करना शुरू कर दिया था।
जयपुर के गोविंद देवजी और गणेश मंदिर में उत्सव
जयपुर के गोविंद देवजी मंदिर और मोती डूंगरी गणेश मंदिर में भी नववर्ष के मौके पर हजारों श्रद्धालु पहुंचे। भगवान गोविंद देवजी की मंगला आरती के समय मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ थी। जयपुर के प्रमुख मंदिरों में नए साल पर विशेष सजावट और रोशनी का इंतजाम किया गया था।
राजस्थान में नववर्ष का जश्न
राजस्थान में नए साल का स्वागत पूरे जोश और उल्लास के साथ किया गया। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और जैसलमेर जैसे शहरों में आतिशबाजी और बॉलीवुड थीम पार्टियों ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों का मन मोह लिया।
नए साल पर राजस्थान के होटल्स और रिसॉर्ट्स में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पारंपरिक राजस्थानी व्यंजनों ने पर्यटकों को आकर्षित किया।