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बजट सत्र से पहले सीएम भजनलाल की विधायकों से विशेष मुलाकात

बजट सत्र से पहले सीएम भजनलाल की विधायकों से विशेष मुलाकात

शोभना शर्मा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आगामी बजट को लेकर अपनी रणनीति तैयार करने के उद्देश्य से जोधपुर, उदयपुर और भरतपुर संभाग के विधायकों के साथ बैठक की। इन बैठकों में मुख्यमंत्री ने विधायकों से फीडबैक लिया और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान कोटा संभाग के विधायकों की शिकायतें भी सामने आईं, जिससे सरकार के दो मंत्रियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए। मुख्यमंत्री ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए विधायकों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

बजट सत्र से पहले विधायकों से संवाद

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने कार्यकाल के एक वर्ष पूरा होने के बाद आगामी बजट के लिए विधायकों से व्यापक संवाद की पहल की। इन बैठकों को बजट सत्र की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने विधायकों से कहा कि वे अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों की नियमित निगरानी करें और योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट के तहत किए गए समझौतों (एमओयू) पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

कोटा संभाग के विधायकों की शिकायतें

हाडौती क्षेत्र के विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान सरकार के दो मंत्रियों—ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर—की शिकायतें कीं। विधायकों का आरोप था कि ये मंत्री केवल अपने पसंदीदा अधिकारियों की नियुक्ति कर रहे हैं और जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे। विधायकों ने कहा कि उनकी कोई बात सुनी नहीं जा रही, जिससे जनता में असंतोष बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए दोनों मंत्रियों की क्लास लगाने का निर्णय लिया। उन्होंने विधायकों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को प्राथमिकता दी जाएगी और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

राइजिंग राजस्थान योजनाओं को प्रभावी बनाने पर जोर

मुख्यमंत्री ने राइजिंग राजस्थान योजना के महत्व को रेखांकित करते हुए विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में इस योजना के तहत एमओयू के कार्यान्वयन की निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में “एक जिला, एक उपज,” “एक जिला, एक प्रजाति,” “एक जिला, एक उत्पाद,” “एक जिला, एक पर्यटन स्थल,” और “एक जिला, एक खेल” जैसे कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने विधायकों से यह भी कहा कि वे जिला कलेक्टरों के साथ नियमित बैठकों के जरिए एमओयू के प्रगति की समीक्षा करें और सुनिश्चित करें कि ये योजनाएं जमीनी स्तर पर लागू हों। उन्होंने विधायकों को अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देने और जनता की समस्याओं के समाधान पर जोर दिया।

हाडौती संभाग की बैठक सुर्खियों में

कोटा संभाग के विधायकों की बैठक में कई मुद्दे उठाए गए, जो सुर्खियों में रहे। विधायकों ने आरोप लगाया कि मंत्रियों की कार्यशैली से न केवल उनके क्षेत्र में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि जनता में सरकार की छवि पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने इस बैठक के बाद अपने मंत्रिमंडल में सुधार लाने और विधायकों की शिकायतों को दूर करने का आश्वासन दिया।

बजट के लिए नई रणनीति

मुख्यमंत्री ने आगामी बजट को लेकर अपनी प्राथमिकताओं को विधायकों के सामने स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि यह बजट प्रदेश की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने सभी विधायकों को अपने क्षेत्र की प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं को सरकार के सामने रखने का निर्देश दिया, ताकि बजट में इनको शामिल किया जा सके।

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