मनीषा शर्मा। दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) 2025-26 एकेडमिक ईयर से हिंदू स्टडीज में पीएचडी प्रोग्राम शुरू करने की योजना बना रही है। यह पहल स्टैंडिंग कमेटी के एक प्रपोजल के तहत की जा रही है। हिंदू स्टडीज सेंटर की गवर्निंग बॉडी ने 21 जून, 2024 को इस प्रोग्राम को शुरू करने की सिफारिश की थी। अब इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय डीयू की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया जाएगा।
क्यों हो रही है यह पहल?
हिंदू स्टडीज सेंटर की जॉइंट डायरेक्टर प्रेरणा मल्होत्रा के अनुसार, इस प्रोग्राम का उद्देश्य स्टूडेंट्स को हिंदू स्टडीज में रिसर्च और अध्ययन के नए अवसर प्रदान करना है। मल्होत्रा ने बताया कि स्टूडेंट्स लगातार इस विषय में रिसर्च के अवसरों के बारे में पूछताछ कर रहे थे। खासकर वे छात्र, जिन्होंने जेआरएफ (JRF) और नेट (NET) परीक्षा पास की है, इस प्रोग्राम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
सीटें और इंफ्रास्ट्रक्चर
शुरुआत में हिंदू स्टडीज पीएचडी प्रोग्राम के तहत केवल 10 सीटों की पेशकश की जाएगी। ये सीटें विभिन्न श्रेणियों के छात्रों के लिए होंगी। भविष्य में संस्थान की जरूरतों और रिसर्च एप्लिकेशन्स को देखते हुए सीटों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
योग्यता और पात्रता
पीएचडी प्रोग्राम में आवेदन के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के नियमों का पालन करना होगा।
उम्मीदवार के पास हिंदू स्टडीज या संबंधित विषय में मास्टर डिग्री होनी चाहिए।
कम से कम 55% अंकों के साथ जेआरएफ/नेट या यूनिवर्सिटी की पीएचडी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
शुरुआत में कैसे होगा संचालन?
जब तक नए अपॉइंटमेंट्स नहीं किए जाते, तब तक यह प्रोग्राम डीयू के विभिन्न विभागों और कॉलेजों की उन फैकल्टी द्वारा संचालित किया जाएगा, जिनके पास हिंदू स्टडीज में विशेषज्ञता है और जो इस प्रोग्राम को पढ़ाना चाहते हैं।
प्रस्ताव का इतिहास
हिंदू स्टडीज में पीएचडी प्रोग्राम शुरू करने का निर्णय गवर्निंग बॉडी ने 21 जून, 2024 को लिया था। पहले यह कार्यक्रम 2024-25 के शैक्षणिक सत्र में शुरू होना था, लेकिन तकनीकी कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया। अब इसे 2025-26 में शुरू करने की योजना बनाई गई है।


