मनीषा शर्मा। राजस्थान के शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने 7 जिलों में 9 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने की घोषणा की है। इनमें से श्रीगंगानगर और राजसमंद जिलों में 2-2 स्कूल शुरू किए जाएंगे। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने बताया है कि इन स्कूलों में इसी शैक्षणिक सत्र में एडमिशन प्रक्रिया शुरू होगी।
नए स्कूलों में 960 छात्रों का होगा नामांकन
केंद्रीय विद्यालय संगठन के अनुसार, प्रत्येक नए स्कूल में 960 छात्रों को एडमिशन दिया जाएगा। नए विद्यालयों के खुलने से कुल 8,640 छात्रों को पढ़ाई का अवसर मिलेगा। इन स्कूलों का मुख्य उद्देश्य सेना और पैरा-मिलिट्री फोर्स के परिवारों के बच्चों को प्राथमिकता देना है, जिससे उनकी शिक्षा ट्रांसफर के कारण बाधित न हो।
राजस्थान में केंद्रीय विद्यालयों की संख्या बढ़कर होगी 87
राजस्थान में अभी तक कुल 78 केंद्रीय विद्यालय हैं, जिनमें करीब 90,000 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। नए 9 विद्यालयों के खुलने के बाद राज्य में इनकी संख्या बढ़कर 87 हो जाएगी। राजस्थान के केंद्रीय विद्यालयों में करीब 4,000 शिक्षक कार्यरत हैं। नए स्कूलों के लिए प्रिंसिपल की नियुक्ति की जाएगी और टीचर्स की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी।
नए स्कूलों के लिए 5,872 करोड़ रुपये का बजट
केंद्र सरकार ने नए विद्यालयों की स्थापना के लिए 5,872 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। इस राशि का उपयोग स्कूल भवनों के निर्माण और टीचर्स की नियुक्ति में किया जाएगा। यदि स्थायी शिक्षक नियुक्त नहीं होते हैं, तो स्थानीय स्तर पर संविदा शिक्षकों को नियुक्त करने का प्रावधान रखा गया है।
केंद्रीय विद्यालय संगठन का विज़न
देशभर में केंद्रीय विद्यालयों की संख्या बढ़ाने का निर्णय छात्रों को बेहतर शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वर्तमान में देशभर में 1,256 केंद्रीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिनमें तीन विदेशों—मॉस्को, तेहरान और काठमांडू—में स्थित हैं। इन विद्यालयों में कुल 13,56,000 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं।
राजस्थान में शिक्षा का विस्तार
राजस्थान के लिए यह घोषणा शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। इन स्कूलों से न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर मिलेगा।
नए सत्र 2025-26 में इन विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी, और ये स्कूल जल्द ही संचालन के लिए तैयार हो जाएंगे।


