शोभना शर्मा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का सख्त रवैया एक बार फिर चर्चा में है। हाल के घटनाक्रम में बिरला ने नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल और संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर अपने तीखे तेवर दिखाए। दोनों ही मामलों में बिरला ने सदन की गरिमा बनाए रखने और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सख्त टिप्पणी की।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सांसद बेनीवाल के सवाल
गुरुवार को लोकसभा में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता और दुर्घटनाओं को लेकर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि इस एक्सप्रेसवे पर घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग हुआ है और पिछले एक साल में 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उनके सवालों का जवाब देते हुए कार्रवाई का भरोसा दिया और अब तक के कदमों की जानकारी दी। लेकिन बेनीवाल यहां नहीं रुके और तकनीकी प्रश्न पूछने लगे।
ओम बिरला का तंज
बेनीवाल के बार-बार सवाल उठाने पर ओम बिरला ने उनकी तकनीकी जानकारी पर तंज कसते हुए कहा, “आप कोई टेक्निकल इंजीनियर थोड़ी हो। पूरा जवाब तो मंत्री जी ने दे दिया है। जो भी आता है, बस वही पढ़ लेते हो क्या?” बिरला के इस तंज पर सदन में हलचल मच गई और बेनीवाल चुप हो गए।
अर्जुन राम मेघवाल को भी सुनाई खरी-खरी
यह पहली बार नहीं था जब बिरला ने अपने सख्त तेवर दिखाए। कुछ दिन पहले संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को भी बिरला ने फटकार लगाई थी। मेघवाल सदन में अन्य मंत्रियों की अनुपस्थिति में उनके जवाब दे रहे थे। इस पर बिरला ने कहा, “मंत्री जी, यह प्रयास कीजिए कि जिन मंत्रियों का नाम कार्यसूचना में है, वे खुद सदन में उपस्थित होकर जवाब दें। नहीं तो आप ही सारे सवालों के जवाब दे दिया करें।” बिरला की इस टिप्पणी के बाद मेघवाल सन्न रह गए और उन्होंने आगे से स्थिति सुधारने का आश्वासन दिया।
ओम बिरला की नेतृत्व शैली
ओम बिरला का लोकसभा संचालन का तरीका उन्हें अन्य अध्यक्षों से अलग करता है। वह सदन में अनुशासन बनाए रखने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए जाने जाते हैं। सांसदों पर उनकी सख्त टिप्पणियां यह दर्शाती हैं कि वह सदन की गरिमा से कोई समझौता नहीं करते।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे विवाद
सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा उठाए गए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मुद्दे ने भी सरकार के लिए चुनौतियां खड़ी की हैं। बेनीवाल ने एक्सप्रेसवे की निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाए और दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या पर जवाब मांगा। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जवाब में कहा कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
बिरला की टिप्पणी का राजनीतिक असर
बिरला की तीखी टिप्पणियां राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई हैं। उनकी टिप्पणियां यह संकेत देती हैं कि वह अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेते हैं और सांसदों से भी वही उम्मीद रखते हैं।