मनीषा शर्मा, अजमेर। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट)-2024 की तैयारियों ने तेजी पकड़ ली है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर, ने इस परीक्षा को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए आवश्यक सभी कदम उठा लिए हैं। इसके लिए बोर्ड ने परीक्षा विज्ञप्ति का प्रारूप तैयार कर राज्य सरकार को भेज दिया है। अब बस सरकार की मंजूरी का इंतजार है, जिसके बाद विज्ञप्ति जारी कर आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घोषणा की है कि रीट-2024 की आवेदन प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी और परीक्षा फरवरी 2024 में आयोजित होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए कड़े नियम लागू किए गए हैं।
रीट-2024 में नए बदलाव और परीक्षा का स्वरूप
इस बार रीट परीक्षा के नियमों और प्रारूप में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश चंद शर्मा के अनुसार, इस बार ओएमआर शीट में अभ्यर्थियों को चार की बजाय पांच विकल्प दिए जाएंगे। हर सवाल का उत्तर देना अनिवार्य होगा। अगर कोई अभ्यर्थी चारों विकल्प में से किसी एक को नहीं चुनता है, तो उसे पांचवें विकल्प का चयन करना होगा।
पांचवें विकल्प का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर सवाल का जवाब दिया जाए। अगर किसी सवाल का उत्तर नहीं दिया गया या 10% से अधिक सवालों के जवाब खाली छोड़े गए, तो अभ्यर्थी को अयोग्य घोषित किया जा सकता है। इसके साथ ही, परीक्षा में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों का उपयोग भी किया जाएगा।
फीस संरचना और परीक्षा शेड्यूल
रीट-2024 में लेवल-1 और लेवल-2 परीक्षाओं के लिए अलग-अलग आवेदन शुल्क तय किया गया है। एक परीक्षा के लिए ₹550 शुल्क रखा गया है, जबकि दोनों परीक्षाओं के लिए एक साथ आवेदन करने पर ₹750 शुल्क लगेगा। परीक्षा दो पारियों में आयोजित की जाएगी:
- पहली पारी सुबह 10:00 बजे से 12:30 बजे तक होगी।
- दूसरी पारी दोपहर 2:30 बजे से 5:00 बजे तक होगी।
परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और पारदर्शिता
परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पेपर को सुरक्षा गार्ड की मौजूदगी में डबल लॉक में रखा जाएगा। यह व्यवस्था संबंधित परीक्षा केंद्र के नजदीक स्थित ट्रेजरी में होगी। जहां ट्रेजरी की सुविधा नहीं है, वहां अस्थायी ट्रेजरी बनाई जाएगी। परीक्षा के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी जिला मुख्यालय स्तर पर होगी, जहां अतिरिक्त जिला कलेक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
रीट का महत्व और उद्देश्य
रीट (राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा) राजस्थान में सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य पात्रता परीक्षा है। इसे अजमेर स्थित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित किया जाता है। यह परीक्षा राज्य के सरकारी स्कूलों में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पात्रता प्रदान करती है। रीट परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों को एक शिक्षक पात्रता प्रमाणपत्र दिया जाता है, जो अब आजीवन मान्य होता है।
पहले यह प्रमाणपत्र तीन साल तक मान्य था, लेकिन 2022 में यह नियम बदलकर इसे स्थायी कर दिया गया। इस कदम से उन उम्मीदवारों को राहत मिली जो पहले सर्टिफिकेट की वैधता समाप्त होने के कारण बार-बार परीक्षा देने को मजबूर होते थे।
रीट-2024 की तैयारियों में सरकार की सक्रियता
रीट-2024 के आयोजन के लिए सरकार ने शासन सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है, जिसमें अब तक तीन बैठकें हो चुकी हैं। इस समिति ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को सभी तैयारियों के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने भी जोर देकर कहा कि रीट परीक्षा को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
रीट परीक्षा में बदलाव का उद्देश्य
इस बार परीक्षा में पांच विकल्प देने और हर सवाल का उत्तर अनिवार्य करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी उम्मीदवार प्रश्नों को खाली न छोड़े। इससे न केवल परीक्षा के परिणाम अधिक सटीक होंगे, बल्कि संभावित धांधली को भी रोका जा सकेगा। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी परीक्षा प्रक्रिया को और सुरक्षित बनाएगी।
आवेदन प्रक्रिया और तिथियां
सरकार की मंजूरी मिलते ही रीट-2024 की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके लिए परीक्षा की तिथियां भी जल्द घोषित की जाएंगी। उम्मीदवारों को यह सलाह दी जाती है कि वे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट्स चेक करें और आवेदन प्रक्रिया शुरू होते ही अपने आवेदन दाखिल करें।
रीट-2024 के लिए उम्मीदवारों की तैयारियां
रीट परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को बोर्ड द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम और दिशा-निर्देशों के अनुसार तैयारी करनी चाहिए। यह परीक्षा राज्य के लाखों उम्मीदवारों के लिए एक बड़ा अवसर है, जो सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं।