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उदयपुर आयकर रेड: 137 करोड़ की अघोषित आय और राजनीतिक कनेक्शन

उदयपुर आयकर रेड: 137 करोड़ की अघोषित आय और राजनीतिक कनेक्शन

मनीषा शर्मा।  28 नवंबर 2023 को शुरू हुई आयकर विभाग की छापेमारी में उदयपुर के बड़े ट्रांसपोर्ट कारोबारी टीकम सिंह राव और उनके छोटे भाई गोविंद सिंह राव के 23 ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई हुई। यह रेड 4 दिन तक चली, जिसमें 50 किलो सोना, 5 करोड़ नकद और 137 करोड़ की अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ। यह राजस्थान में अब तक की सबसे बड़ी रेड मानी जा रही है।

137 करोड़ की अघोषित संपत्ति का मामला

आयकर विभाग ने कहा कि टीकम सिंह राव की संपत्ति का अधिकांश हिस्सा अघोषित पाया गया। कुल 137 करोड़ की आय को अघोषित घोषित किया गया। 50 किलो सोना मिला, जिसमें से 45 किलो अघोषित था। 5 करोड़ नकद जब्त किया गया।

जब्त सोने और नकदी की विस्तृत जानकारी:

  1. पहला दिन (28 नवंबर):
    • उदयपुर स्थित घर से 25 किलो सोना और 3 करोड़ नकद जब्त।
  2. दूसरा दिन (29 नवंबर):
    • जयपुर, मुंबई और अहमदाबाद में छापेमारी।
  3. तीसरा दिन (30 नवंबर):
    • 7 बैंक लॉकर खोले गए।
    • इनमें से 25 किलो सोना और 2 करोड़ नकद मिले।

कुल:

  • 50 किलो सोना, जिसकी बाजार कीमत 38 करोड़ रुपए आंकी गई।
  • 5 करोड़ नकद।

काली कमाई का इस्तेमाल और निवेश

आयकर विभाग ने यह भी खुलासा किया कि टीकम सिंह ने अपनी काली कमाई का बड़ा हिस्सा लग्जरी संपत्तियों और कारोबार में निवेश किया।

  • लग्जरी कारें: बड़ी मात्रा में विदेशी और महंगी कारें खरीदी गईं।
  • होटल और रिसॉर्ट्स: राजस्थान और मुंबई में होटल और रिसॉर्ट्स में भारी निवेश किया।
  • प्रॉपर्टी: देश के विभिन्न हिस्सों में महंगी संपत्तियां खरीदीं।

यह भी संदेह है कि इस काली कमाई का उपयोग अवैध ट्रांसपोर्टेशन में भी किया गया।

राजनीतिक और सामाजिक संबंध

टीकम सिंह राव के छोटे भाई गोविंद सिंह राव बांसवाड़ा में भाजपा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। इस वजह से मामला और भी संवेदनशील बन गया है। टीकम सिंह ने समाज सेवा के कई कार्य किए हैं। उनकी तस्वीरें योग गुरु बाबा रामदेव के साथ सामने आई हैं, जो उनके सामाजिक योगदान को दर्शाती हैं। 2018 में उन्होंने गौशाला निर्माण के लिए आर्थिक योगदान दिया था।

आयकर विभाग का बयान

आयकर अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान में पहली बार एक रेड में इतनी बड़ी मात्रा में सोना जब्त किया गया है। 45 किलो सोना अघोषित था। छापेमारी में मिले दस्तावेजों से पता चलता है कि 137 करोड़ से अधिक की अघोषित आय है। जब्त दस्तावेजों की जांच के बाद यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।

राजनीतिक जुड़ाव और संभावित प्रभाव

गोविंद सिंह राव के भाजपा से जुड़े होने के कारण यह मामला राजनीतिक रंग ले सकता है। गोविंद सिंह ने बांसवाड़ा में पार्टी के जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने अभी तक इस मामले में कोई बयान नहीं दिया है।

रेड के दौरान बरामद संपत्ति

कुल 50 किलो सोना, जिसकी बाजार कीमत 38 करोड़ रुपए है। 5 करोड़ नकदी।  कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए, जिनसे काली कमाई और अघोषित आय का पता चला। इन दस्तावेजों में महंगी संपत्तियों और लेनदेन का विवरण है। 7 लॉकरों से 25 किलो सोना मिला। आयकर विभाग का कहना है कि जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच के बाद अघोषित संपत्ति का आंकड़ा और बढ़ सकता है। टीकम सिंह पर अवैध ट्रांसपोर्टेशन के आरोप हैं। आयकर विभाग इस मामले में गहराई से जांच कर रहा है। भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों की इस मामले पर प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होगी।

टीकम सिंह राव पर आयकर विभाग की कार्रवाई ने 137 करोड़ की अघोषित संपत्ति को उजागर किया। यह मामला न केवल काले धन के मुद्दे को उजागर करता है बल्कि राजनीतिक और सामाजिक संबंधों को भी सवालों के घेरे में लाता है। आने वाले समय में इस मामले से जुड़े और भी खुलासे हो सकते हैं।

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