मनीषा शर्मा, अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले में स्मारकों और विरासत स्थलों के नाम बदलने की दिशा में एक बड़ी पहल शुरू हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने ऐलान किया कि अजमेर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को उनकी असली पहचान और संस्कृति से जोड़ने के लिए नाम बदले जा रहे हैं।
शनिवार को कोटडा में आयोजित एक शिलान्यास समारोह के दौरान देवनानी ने कहा कि होटल खादिम का नाम बदलकर होटल अजयमेरु कर दिया गया है। आगामी दिनों में फाय सागर का नाम बदलकर वरुण सागर, और किंग एडवर्ड मेमोरियल का नाम बदलकर महर्षि दयानंद मेमोरियल किया जाएगा।
अजमेर के विकास के लिए बड़े कदम:
देवनानी ने कहा कि पिछले एक साल में अजमेर के विकास के लिए अनेक प्रयास किए गए हैं। राजस्थान सरकार के बजट में अजमेर जिले के लिए 1500 करोड़ रुपए की घोषणाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि यह राशि अजमेर के लिए ऐतिहासिक है और इससे जिले के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
सड़कों के निर्माण कार्य का शिलान्यास:
शिलान्यास समारोह के दौरान वासुदेव देवनानी ने दो प्रमुख सड़कों के निर्माण कार्यों की घोषणा की:
- महाराणा प्रताप नगर से पुष्कर रोड वाया कोटडा डहार सेन स्मारक तक की सड़क:
इस सड़क का निर्माण 4.76 करोड़ रुपए की लागत से होगा।- नोसर घाटी मुख्य मार्ग से कोटडा मार्ग वाया प्राइवेट बस स्टैंड:
इस सड़क के निर्माण के लिए 1.91 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है।देवनानी ने कहा कि ये सड़कें न केवल स्थानीय नागरिकों को बेहतर आवागमन सुविधाएं प्रदान करेंगी, बल्कि पर्यटकों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होंगी।
अजमेर की विरासत को नया स्वरूप देने की पहल:
अजमेर, जो राजस्थान का एक ऐतिहासिक और धार्मिक केंद्र है, अपने पर्यटन स्थलों और स्मारकों के लिए जाना जाता है। इस पहल का उद्देश्य इन स्थलों को भारतीय संस्कृति और मूल पहचान से जोड़ना है।
विकास कार्यों में रिकॉर्ड बजट:
वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने अजमेर जिले के लिए 1500 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया है। यह राशि जिले में आधारभूत संरचना, पर्यटन स्थलों के विकास, और सड़कों के निर्माण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में उपयोग की जाएगी।
अजमेर को पर्यटन के लिए नए सिरे से तैयार करना:
देवनानी ने कहा कि अजमेर, जो पुष्कर और ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के लिए प्रसिद्ध है, को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए:
- सड़कों का बेहतर नेटवर्क:
अजमेर को जयपुर, उदयपुर और अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने वाली सड़कों का विकास किया जाएगा।- पर्यटन स्थलों का उन्नयन:
पर्यटकों की सुविधा के लिए होटलों, विश्राम स्थलों और स्मारकों के पुनर्निर्माण पर काम किया जाएगा।- स्थानीय रोजगार:
इन विकास परियोजनाओं से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।स्थानीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति:
शिलान्यास समारोह में पार्षद सतीश बंसल, मनोज मामनानी, संपत सांखला, बनवारी लाल शर्मा, और दिनेश खंडेलवाल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। सभी ने अजमेर के विकास के लिए विधानसभा अध्यक्ष के प्रयासों की सराहना की।
अजमेर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान:
इस पहल से न केवल अजमेर के नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि जिले की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को भी बल मिलेगा। स्मारकों के नाम बदलने और विकास कार्यों से अजमेर को एक नई पहचान मिलेगी, जो राज्य और देश के स्तर पर इसे एक मॉडल शहर के रूप में स्थापित करेगी।