मनीषा शर्मा। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक धीरज गुर्जर ने एक बार फिर अपने बयान से विवाद खड़ा किया है। शनिवार रात भीलवाड़ा के कोठाज गांव में आयोजित भजन संध्या कार्यक्रम में गुर्जर ने अधिकारियों और कर्मचारियों को इशारों-इशारों में धमकी दी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर कोई उनकी बात नहीं मानता है, तो वे “जूते मारकर काम कराएंगे”।
गुर्जर का यह बयान उनके पहले के एक विवादित बयान की याद दिलाता है, जिसमें उन्होंने राजस्थान पुलिस को चुनौती दी थी। इस बयान में उन्होंने कहा था कि अगर कोई अधिकारी उनकी बात नहीं मानता, तो वह “जरबे मेलकर” यानी जूते मारकर काम कराने के लिए तैयार हैं।
धीरज गुर्जर का पुलिस को पहले भी चैलेंज
दो महीने पहले भी, धीरज गुर्जर ने राजस्थान पुलिस को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर पुलिस को दम है तो उनकी गाड़ियों को रोककर दिखाए, जिस पर उनका जूता बात करेगा। यह बयान भी तब दिया गया था जब वाहनों की नंबर प्लेट को लेकर पुलिस कार्रवाई कर रही थी।
चुनाव में हारने के बावजूद धीरज गुर्जर का दबदबा
गुर्जर, जो 2013 से 2018 तक जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे, 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के गोपीचंद मीणा से महज 580 मतों से हार गए थे। इसके बावजूद, वह कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव के रूप में सक्रिय हैं और अपने बयानबाजी के कारण चर्चा में बने रहते हैं।
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले धीरज गुर्जर
गुर्जर का परिवार खेती और दूध के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। वे गहलोत सरकार में 2022-2023 तक राज्य बीज निगम के अध्यक्ष रहे थे। उनकी राजनीति में दबदबा और विवादित बयान अक्सर मीडिया में सुर्खियां बनते रहते हैं।