शोभना शर्मा। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत एक ऐसा अद्भुत देश है, जहां दूसरे धर्म के लोग भी सुरक्षित हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने सीमा हैदर (पाकिस्तान से भारत आई) और शेख हसीना (बांग्लादेश की प्रधानमंत्री) का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत में धार्मिक सहिष्णुता और शांति है। भीलवाड़ा में गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार रखे।
वक्फ बोर्ड के खिलाफ और सनातन बोर्ड के गठन की मांग
धीरेंद्र शास्त्री ने वक्फ बोर्ड को लेकर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि या तो वक्फ बोर्ड को पूरी तरह समाप्त किया जाए या फिर हिंदुओं के लिए एक “सनातन बोर्ड” का गठन किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि एक देश में दो अलग-अलग कानून नहीं होने चाहिए, इसलिए वक्फ बोर्ड के समान ही हिंदुओं के लिए भी एक अलग बोर्ड होना चाहिए।
हिंदू राष्ट्र की जरूरत
धीरेंद्र शास्त्री ने दुनिया भर के हिंदुओं के लिए शरण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इजराइल का उदाहरण देते हुए कहा कि यहूदियों के पास अपने शरण के लिए इजराइल है, जहां सभी यहूदी सुरक्षित रह सकते हैं। इसी प्रकार, हिंदुओं के लिए भी एक देश होना चाहिए, जहां दुनिया भर में कहीं भी असुरक्षित महसूस करने वाला हिंदू आकर बस सके।
अन्य धर्मों के धर्मगुरुओं का सम्मान और हिंदू धर्मगुरुओं की स्थिति
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अन्य धर्मों में धर्मगुरुओं की गलतियों को भी समाज में तूल नहीं दिया जाता, जबकि हिंदू धर्म में अपने धर्मगुरुओं का सम्मान नहीं किया जाता है। उन्होंने हिंदू धर्मगुरुओं के अपमान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि हिंदुओं को अपने धर्म और गुरुओं का सम्मान करना चाहिए।
जाति पूछने में कोई हर्ज नहीं
तिरुपति बालाजी मंदिर में जाति पूछने के विवाद पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई हर्ज नहीं होना चाहिए। जाति प्रमाण पत्र का उपयोग नौकरी पाने के लिए किया जा सकता है तो अन्य जगहों पर जाति बताने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए। जाति के नाम पर भेदभाव से बचते हुए अपनी पहचान को साझा करने में भी कोई बुराई नहीं है।
लव जेहाद और महिला सुरक्षा पर धीरेंद्र शास्त्री का रुख
धीरेंद्र शास्त्री ने महिला सुरक्षा के महत्व को दोहराते हुए कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं कि किसी भी महिला के सम्मान से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। लव जेहाद के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2024 का हिंदू अब जागरूक हो चुका है और अपनी बहनों और बेटियों के सम्मान की रक्षा के लिए दृढ़ है।
धर्म और राजनीति पर विचार
धर्म के बिना राजनीति को अंधी बताते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि राजनीति में धर्म का उपयोग वोट बैंक के रूप में नहीं होना चाहिए। उन्होंने किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करने की बात भी कही।
कथा आयोजन के दौरान धक्का-मुक्की की स्थिति
भीलवाड़ा में आयोजित कथा के दौरान वीआईपी गेट पर धक्का-मुक्की हो गई, जिसमें कुछ लोग गिर गए और मामूली चोटें आईं। वहां मौजूद लोग पास होने के बावजूद अव्यवस्थितता के चलते परेशान दिखे। घटना के बाद, हनुमान टेकरी के महंत काठिया बाबा ने घोषणा की कि भविष्य में वीआईपी पास की व्यवस्था समाप्त की जाएगी, और जो पहले आएगा उसे आगे बैठने का अवसर मिलेगा।
सफाई कर्मियों ने की आरती
हनुमंत कथा के दूसरे दिन बागेश्वर धाम सरकार और बालाजी महाराज की आरती सफाई कर्मियों द्वारा की गई। धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि यह कदम समाज में भेदभाव और जाति-पाति से मुक्त एक समरसता का संदेश देने के लिए उठाया गया।