शोभना शर्मा, अजमेर। बजरंगगढ़ चौराहे पर स्थित प्रसिद्ध अंबे माता मंदिर (Ambe Mata Temple Ajmer) में शारदीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर घट स्थापना की गई और मंदिर का 40वां स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सुबह घट स्थापना के बाद भक्तों की भारी भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी। विशेष आरती का आयोजन किया गया, जो पूरे नवरात्रि के दौरान सुबह 9 बजे और शाम 7 बजे की जाएगी।
मंदिर समिति ने जानकारी दी कि नवरात्र के सभी 9 दिन मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा, ताकि श्रद्धालु कभी भी दर्शन कर सकें। मंदिर में महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। अष्टमी के दिन मंदिर में भंडारा और जागरण का भी आयोजन किया जाएगा। मंदिर में शाम के समय विशेष महाआरती की जाएगी, जिसका मुख्य आकर्षण हिसार, हरियाणा के सुनील अनिल तिलकधारी आर्ट ग्रुप द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली भव्य झांकियां रहेंगी। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है और रंग-बिरंगी लाइटों से सजावट की गई है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत अनुभव प्रदान कर रही है।
इस नवरात्रि के अवसर पर अंबे माता मंदिर भक्तों को एक नए रूप में नजर आ रहा है। मंदिर को 60 फीट चौड़े और 50 फीट ऊंचे लोहे के शेड से ढंका गया है। इस शेड को विशेष रूप से नागपुर से 1600 टुकड़ों में अजमेर लाया गया और एक महीने की मेहनत के बाद कारीगरों ने इसे नेपाल के मंदिरों जैसा भव्य आकार दिया है। इस शेड में लाइटिंग की व्यवस्था की गई है और ऊपर अंबे माता मंदिर का एक आकर्षक बोर्ड भी लगाया गया है, जो भक्तों को दूर से ही दिखाई देता है। मंदिर की स्थापना के बाद से अब तक इसे चार बार रिनोवेट किया जा चुका है। इस बार विशेष रूप से नवरात्रि के लिए मंदिर को नया रूप दिया गया है, जो भक्तों को बहुत पसंद आ रहा है।
अंबे माता मंदिर शहर का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां मां वैष्णो देवी की तर्ज पर पिछले 15 सालों से पैक प्रसाद वितरण की परंपरा चल रही है। इस बार भी भक्तों ने मंदिर में 10 दिनों की पोशाक के लिए 600 से अधिक आवेदन किए हैं, जो अंबे माता के प्रति उनकी आस्था और भक्ति का प्रतीक है। अंबे माता मंदिर अजमेर में शारदीय नवरात्रि के इस शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है, जो मंदिर की भव्यता, आरती, झांकियां और विशेष आयोजन का आनंद ले रहे हैं।