latest-newsजयपुरराजनीतिराजस्थान

प्रतिद्वंद्वियों को फंसाना गहलोत की पुरानी परंपरा- गजेंद्र सिंह शेखावत

प्रतिद्वंद्वियों को फंसाना गहलोत की पुरानी परंपरा- गजेंद्र सिंह शेखावत

मनीषा शर्मा। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को संजीवनी प्रकरण में क्लीन चिट मिलने के बाद मीडिया से बातचीत में अपनी खुशी जाहिर की और बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तीखा हमला बोला। शेखावत ने कहा कि गहलोत ने उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने के हरसंभव प्रयास किए। उन्होंने कहा, “मेरी दिवंगत माता के लिए जिस प्रकार के शब्दों का प्रयोग किया गया, मैं उन्हें दोहराना नहीं चाहता। मैंने हमेशा कहा था कि मेरा दामन पाक-साफ है। यह लड़ाई जीत या हार की नहीं, बल्कि न्याय की थी, और एक बार फिर अन्याय का पर्दाफाश हुआ है।”

मानहानि का मुकदमा पहले से चल रहा है

मानहानि का मुकदमा दायर करने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि उन्होंने अपनी मां के लिए प्रयोग किए गए अपमानजनक शब्दों को लेकर पहले ही दिल्ली कोर्ट में मानहानि का मामला दायर कर रखा है। उन्होंने गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा, “पूर्व मुख्यमंत्री ने न सिर्फ पुत्र मोह में बल्कि अपनी राजनीतिक कुर्सी बचाने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों को फंसाने का षड्यंत्र रचा। यह उनकी पुरानी परंपरा रही है।”

फोन टैपिंग मामले पर हमला

फोन टैपिंग प्रकरण पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार ने अपने विधायकों, मंत्रियों और विपक्षी नेताओं के फोन टैप कराए। उन्होंने दावा किया कि फोन टैपिंग के ऑडियो को गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने वायरल किया था। साथ ही, शेखावत ने कहा कि ओएसडी के कंप्यूटर पर छापेमारी करवाई गई ताकि सबूत मिटाए जा सकें।

राजनीतिक साजिश का पर्दाफाश

शेखावत ने कहा कि अब उनकी राजनीतिक साजिश का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने दावा किया कि गहलोत और उनकी पार्टी ने झूठे आरोप लगाए, जो अब सबके सामने आ चुके हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि अब उनके विरोधियों के पास बोलने के लिए कुछ नहीं बचेगा और सत्य की जीत होगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की न्यायपालिका ने फिर से सिद्ध कर दिया है कि “सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं।”

निवेशकों का पैसा वापस मिलेगा

संजीवनी प्रकरण के सवाल पर शेखावत ने कहा कि निवेशकों का पैसा वापस दिलाने की प्रक्रिया चालू है। 2019 में बैनिंग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम एक्ट के तहत जांच का अधिकार सीबीआई को दिया गया था। जांच के दौरान आरोपी की संपत्ति जब्त कर निवेशकों को पैसा लौटाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार ने उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में बड़े वकीलों की फौज खड़ी कर इस प्रक्रिया को रोका।

उन्होंने कहा, “मैं पूरे प्राण-प्रण से संकल्पबद्ध हूं कि निवेशकों का डूबा हुआ पैसा उन्हें वापस दिलाऊं। यह मेरी प्राथमिकता है।”

न्याय की उम्मीद

शेखावत ने कहा कि संजीवनी मामले में तो उन्हें क्लीन चिट मिल गई है, लेकिन फोन टैपिंग और मानहानि के मामलों में भी उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि देर हो सकती है, लेकिन न्याय जरूर होगा। शेखावत ने कहा कि न्याय होने के बाद कई लोग अपने किए की सजा भुगतेंगे।

कांग्रेस की राजनीति में बदलाव?

फोन टैपिंग प्रकरण से कांग्रेस की राजनीति में बदलाव आने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि थोड़ा इंतजार करें, समय आने पर सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा, “सब्र का फल मीठा होता है।” उनका इशारा इस बात की तरफ था कि कांग्रेस की राजनीति में इस प्रकरण के बाद बड़ा बदलाव हो सकता है।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading