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किरोड़ी लाल मीणा ने RPSC के पूर्व अध्यक्षों पर लगाए गंभीर आरोप

किरोड़ी लाल मीणा ने RPSC के पूर्व अध्यक्षों पर लगाए गंभीर आरोप

शोभना शर्मा।   राजस्थान में RPSC (राजस्थान लोक सेवा आयोग) से जुड़े पेपर लीक और गड़बड़ी के मामले को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने RPSC के तीन पूर्व अध्यक्षों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दीपक उप्रेती, शिव सिंह राठौड़, और संजय श्रोत्रिय को इन गड़बड़ियों और फर्जीवाड़े में लिप्त बताया है। डॉ. मीणा ने दावा किया कि इन तीनों अधिकारियों के कार्यकाल के दौरान हुई भर्तियों में अनियमितताएं की गईं, जिनमें बड़े पैमाने पर राजनैतिक दबाव और पैसे लेकर अयोग्य उम्मीदवारों को आरएएस अधिकारी बनाया गया। उन्होंने इन गड़बड़ियों के सबूत भी पेश किए और CBI (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) से जांच की मांग की है।

तीन पूर्व अध्यक्षों पर गंभीर आरोप

डॉ. मीणा ने आरोप लगाया कि इन तीनों पूर्व अध्यक्षों के कार्यकाल में RPSC की भर्ती परीक्षाओं में कई फर्जीवाड़े किए गए। उन्होंने कहा कि कई अभ्यर्थी जिन्होंने मुख्य परीक्षा में अपनी उत्तर पुस्तिकाएं खाली छोड़ दी थीं, उनकी उत्तर पुस्तिकाओं को बाद में भरवाया गया। इसके अलावा, कई अयोग्य अभ्यर्थियों को इंटरव्यू और लिखित परीक्षा में बेवजह अधिक अंक दिए गए।

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने सोमवार को राजस्थान के सचिवालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी आईएएस शिखर अग्रवाल को आरएएस 2018 और आरएएस 2021 की भर्ती परीक्षाओं में हुई गड़बड़ियों के सबूत पेश किए। उन्होंने बताया कि कैसे इन परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ और इस गड़बड़ी को अंजाम देने में RPSC के तत्कालीन चेयरमैन शामिल थे।

2018 के टॉपर पर आरोप

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मीडियाकर्मियों को RPSC 2018 भर्ती के टॉपर की उत्तर पुस्तिका दिखाते हुए आरोप लगाया कि इस अभ्यर्थी को परीक्षा से पहले ही पेपर दे दिया गया था। उन्होंने दावा किया कि अभ्यर्थी ने अपने घर पर बैठकर आराम से उत्तर पुस्तिका में उत्तर लिखे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतियोगी परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को उत्तर लिखने में जल्दबाजी होती है, लेकिन इस अभ्यर्थी ने बेहद सुंदर हैंडराइटिंग में बिना कोई गलती किए उत्तर पुस्तिका भरी।

दीपक उप्रेती पर गंभीर आरोप

डॉ. मीणा ने पूर्व IAS अधिकारी दीपक उप्रेती पर विशेष रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पत्नी जयपुर के चित्रकूट स्थित स्टेप बाई स्टेप स्कूल में वाइस प्रिंसिपल थीं। RPSC 2018 के टॉपर ने इसी स्कूल से पढ़ाई की थी। डॉ. मीणा ने आरोप लगाया कि उप्रेती ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर इस अभ्यर्थी और अन्य साथियों को परीक्षा से पहले पेपर दिलवाए, जिससे वे आराम से परीक्षा पास कर सकें।

दर्जनों अभ्यर्थियों के नंबर बढ़ाए गए

डॉ. मीणा ने केवल एक अभ्यर्थी का ही नहीं, बल्कि कई अन्य अभ्यर्थियों के भी नंबरों में हेरफेर के प्रमाण पेश किए। उन्होंने ऐसे अभ्यर्थियों के रोल नंबर भी बताए, जिनकी उत्तर पुस्तिकाओं में “नो अटेंप्ट” (कोई प्रयास नहीं) लिखा था, लेकिन बाद में उनके उत्तर लिखवाकर उन्हें अधिक अंक दिए गए। मीणा ने दर्जनों अभ्यर्थियों के नंबरों में गड़बड़ी के सबूत मीडियाकर्मियों के सामने प्रस्तुत किए।

CBI जांच की मांग

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने इन गड़बड़ियों की CBI जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जो आरोप वे लगा रहे हैं, वे प्रमाणित हैं, और यदि CBI जांच होती है, तो सच्चाई सबके सामने आ जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि CBI जांच से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

RPSC पर उठे सवाल

RPSC पर पहले भी कई बार भर्ती परीक्षाओं में अनियमितताओं और पेपर लीक के आरोप लग चुके हैं, लेकिन इस बार डॉ. मीणा ने जिन सबूतों को पेश किया है, उनसे राज्य की भर्ती प्रक्रियाओं में गड़बड़ी के मामले को लेकर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है।

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