शोभना शर्मा । भीलवाड़ा में आयोजित लघु उद्योग भारती के राजस्थान प्रदेश क्षेत्रीय सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की अगुवाई में राज्य सरकार राजस्थान को एक ग्लोबल इंडस्ट्रियल हब बनाने की दिशा में काम कर रही है। विशेष रूप से भीलवाड़ा को, जो पहले से ही एक टेक्सटाइल हब के रूप में जाना जाता है, और भी आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं।
सम्मेलन में प्रमुख घोषणा के रूप में भीलवाड़ा में टेक्सटाइल पार्क की स्थापना का उल्लेख किया गया। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इसके लिए भूमि आवंटन भी पूरा हो चुका है, और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होगा। इस पार्क से भीलवाड़ा में मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और राज्य में निवेश का माहौल और सशक्त होगा। उन्होंने उद्यमियों को इस मौके का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि राज्य सरकार राजस्थान में ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
राजस्थान सरकार द्वारा आगामी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का भी उल्लेख किया गया, जिसमें राज्य के सभी उद्यमियों को भाग लेने का आग्रह किया गया। इस समिट के माध्यम से सरकार का लक्ष्य राज्य में औद्योगिक इकाइयों की संख्या बढ़ाना है, जिससे रोजगार के अवसरों में इजाफा होगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सूक्ष्म और लघु औद्योगिक इकाइयों में विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी से उनका आत्मनिर्भर बनना सुनिश्चित होगा।
सम्मेलन में उद्योग और वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने राज्य की आर्थिक प्रगति और एमएसएमई सेक्टर के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इस क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए स्विट्जरलैंड जैसे उदाहरणों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अगले चार सालों में राज्य की अर्थव्यवस्था को 15 लाख करोड़ से बढ़ाकर 30 लाख करोड़ तक पहुंचाने की योजना बना रही है।
सम्मेलन में राज्यमंत्री के.के. विश्नोई और संजय शर्मा ने भी निवेश प्रोत्साहन और पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार साझा किए। “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने का भी संदेश दिया गया। सम्मेलन के दौरान भीलवाड़ा की खनिज संपदा और औद्योगिक विकास के लिए बिजली दरों में कमी, अनलिमिटेड सोलर ऊर्जा, और विशेष औद्योगिक जोन जैसी योजनाओं पर भी चर्चा हुई। इस प्रकार, राजस्थान सरकार द्वारा भीलवाड़ा को एक प्रमुख टेक्सटाइल हब बनाने की योजना और राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने की कोशिशें राज्य के आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।