देशराजस्थान

सोने के दाम कैसे तय होते हैं, इन्‍हें फिक्‍स कौन करता है? आइए जानें

सोने के दाम कैसे तय होते हैं, इन्‍हें फिक्‍स कौन करता है? आइए जानें

मनीषा शर्मा। जब भी हम सोने की ज्वेलरी खरीदने का प्लान बनाते हैं, तो सबसे पहले उसके दाम चेक करते हैं। ज्वेलरी शॉप पर जाने से पहले या वहां पहुंचने के बाद भी हम सोने की कीमत के बारे में पूछते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सोने के दाम कैसे तय होते हैं और इन्हें फिक्स कौन करता है? आइए इस सवाल का जवाब विस्तार से समझते हैं।

सोने के दाम कैसे तय होते हैं?

जिस कीमत पर आप ज्वेलर्स से सोना खरीदते हैं, उसे स्पॉट रेट यानी हाजिर भाव कहा जाता है। ये भाव मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के आधार पर तय किए जाते हैं। MCX भारतीय बाजार में सोने की मांग और आपूर्ति के आंकड़ों को ध्यान में रखकर दाम तय करता है। इसके अलावा, वैश्विक मुद्रास्फीति की स्थिति का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान होता है।

MCX पर कैसे तय होते हैं सोने के दाम?

MCX वायदा बाजार में सोने के दाम वैश्विक और घरेलू मांग और आपूर्ति के आधार पर तय होते हैं। इसके अलावा, लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) के साथ समन्वय करके भी सोने की कीमतें निर्धारित की जाती हैं। सोने के ये भाव MCX पर वैट, लेवी और अन्य लागतें जोड़कर घोषित किए जाते हैं।

सोने के दाम पर इन चीजों का भी होता है असर

सोने के दाम कई कारकों पर निर्भर करते हैं। इनमें घरेलू और वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक फैसले शामिल हैं। जैसे, अगर सरकार सोने के आयात पर कोई नया नियम लागू करती है, तो इसका सीधा असर सोने की कीमत पर पड़ता है। साथ ही, अगर सोने का उत्पादन करने वाले देश में उत्पादन घट जाता है, तो भी सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।

स्पॉट प्राइस कैसे तय होते हैं?

स्पॉट प्राइस, यानी जिस कीमत पर आप सोना खरीदते हैं, उसे आमतौर पर शहरों के सर्राफा एसोसिएशन के सदस्य बाजार खुलने के समय तय करते हैं। इसलिए विभिन्न शहरों में सोने की कीमतों में थोड़ा-बहुत फर्क देखने को मिलता है। सोने की कीमतें कैरेट के आधार पर भी भिन्न होती हैं, जैसे 24 कैरेट सोने की कीमत 22 कैरेट से ज्यादा होती है।

विदेश में कैसे तय होती हैं सोने की कीमतें?

दुनियाभर में सोने की कीमतें लंदन बुलियन मार्केट में तय होती हैं, जो सोने का सबसे बड़ा वैश्विक बाजार है। 2015 से पहले लंदन गोल्ड फिक्स संस्था सोने की कीमतें तय करती थी, लेकिन 2015 के बाद लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) ने इस जिम्मेदारी को संभाल लिया। यह संस्था वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें तय करने के लिए विभिन्न देशों की सरकारों और संबंधित संगठनों से तालमेल करती है।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading