मनीषा शर्मा। दक्षिण कोरिया यात्रा के दूसरे दिन, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण कोरिया की प्रमुख कंपनियों के साथ कई महत्वपूर्ण बैठकें कीं। इस दौरान सैमसंग हेल्थकेयर, ह्योसंग कॉर्पोरेशन, ओरियन कॉर्पोरेशन, एलएक्स इंटरनेशनल और कोरियन स्टोन एसोसिएशन जैसी कंपनियों ने राजस्थान में अपने व्यवसाय के विस्तार और निवेश की इच्छा जताई।
सैमसंग हेल्थकेयर ने राजस्थान के चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित हेल्थकेयर डिवाइसेज उपलब्ध कराने पर रुचि दिखाई। यह राजस्थान में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला कदम साबित हो सकता है।
वहीं ह्योसंग कॉर्पोरेशन ने भारत में स्थानीय स्तर पर कार्बन फाइबर उत्पादन की संभावना पर विचार किया है। यह तकनीक भारत में विभिन्न उद्योगों, विशेषकर मोटर वाहन और रक्षा उद्योग में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है, जिससे राज्य में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
एलएक्स इंटरनेशनल ने राजस्थान के माइनिंग सेक्टर में लाइमस्टोन (स्टील ग्रेड), सिलिका, जिप्सम, लिग्नाइट, रेयर अर्थ मिनरल्स और अक्षय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में काम करने की इच्छा जताई। इस कदम से राजस्थान के माइनिंग सेक्टर में बड़ा बदलाव आने की संभावना है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा।
इसके अतिरिक्त, कोरियन स्टोन एसोसिएशन और राजस्थान के सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ स्टोन्स के बीच सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। इस चर्चा का मुख्य उद्देश्य राजस्थान से स्टोन्स के निर्यात को बढ़ावा देना और तकनीकी सहयोग प्राप्त करना था। कोरियन स्टोन एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल अक्टूबर में राजस्थान का दौरा करेगा और संभावित निवेश की दिशा में आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में, प्रतिनिधिमंडल ने सियोल टेक्निकल हाई स्कूल का दौरा किया, जहां उन्होंने युवाओं को कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया और राजस्थान के बीच कौशल प्रशिक्षण को लेकर सहयोग पर चर्चा की और सियोल तकनीकी हाई स्कूल को राजस्थान में एक संस्थान स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया।
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 को लेकर भी बैठकें हुईं, जिसका आयोजन इस साल दिसंबर में जयपुर में किया जाएगा। इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी कंपनियों और निवेशकों को राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित करना है। इस समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा, कौशल विकास, पर्यटन और माइनिंग जैसे क्षेत्रों पर विशेष सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
राजस्थान सरकार ने इस साल पहले ही 4.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के समझौते किए हैं, जिससे राज्य में निवेशकों की रुचि और निवेश की संभावनाएं बढ़ी हैं। अब इस ग्लोबल समिट के माध्यम से राज्य में और भी अधिक निवेश आकर्षित करने की योजना बनाई जा रही है।