मनीषा शर्मा। सोमवार को राजस्थान की उपमुख्यमंत्री और सार्वजनिक निर्माण विभाग तथा पर्यटन मंत्री दिया कुमारी ने नई दिल्ली में निर्माणाधीन राजस्थान हाउस का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ बैठक की और भवन की कार्य प्रगति का जायजा लिया। इंजीनियरों द्वारा दी गई प्रेजेंटेशन में बताया गया कि निर्माण कहां तक पहुंच चुका है और आगे का कार्य कैसे संपन्न होगा।
दिया कुमारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि भवन के निर्माण में राजस्थानी कला और संस्कृति की छवि दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा, “जब आगंतुक इस भवन में प्रवेश करें, तो उन्हें महसूस हो कि वे राजस्थान में हैं।” उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि भवन की हर व्यवस्था राजस्थानी संस्कृति से मेल खाती हो। इसके साथ ही, उन्होंने एक रिव्यू मीटिंग बुलाने का निर्देश भी दिया ताकि भवन की निर्माण प्रगति का समय-समय पर मूल्यांकन हो सके और आवश्यक सुधार किए जा सकें।
राजस्थानी सामग्री और कारीगरों का उपयोग अनिवार्य
निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने निर्देश दिए कि भवन के निर्माण में राजस्थानी पत्थरों और अन्य सामग्री का अधिकतम उपयोग किया जाए। उन्होंने राजस्थानी आर्टिजंस और उनके हुनर का इस निर्माण में विशेष रूप से उपयोग करने की बात कही, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा, “दिल्ली के विश्व स्तरीय भवनों में जब राजस्थानी पत्थर का इस्तेमाल किया जा सकता है, तो राजस्थान हाउस में भी इसका भरपूर उपयोग किया जाना चाहिए।”
इसके साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि भवन में राजस्थानी पेंटिंग्स और अन्य कलाकृतियां भी शामिल की जाएं। इससे यह भवन न सिर्फ एक अद्वितीय संरचना बनेगा, बल्कि इसमें राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की भी झलक होगी।
सूचना केंद्र और बिजनेस सेंटर के निर्देश
उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्थान हाउस में एक सूचना केंद्र और बिजनेस सेंटर स्थापित किया जाए। यह सूचना केंद्र पर्यटकों और व्यवसायियों को राजस्थान से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान व्यापार और पर्यटन के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है, और इस हाउस में आने वाले आगंतुकों को एक ही स्थान से सारी आवश्यक जानकारी मिल सके, इसके लिए यह सूचना केंद्र बेहद आवश्यक है। दिया कुमारी ने कहा, “हमारी सरकार व्यवसायियों और पर्यटकों को सुविधाओं से भरपूर अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए राजस्थान हाउस में सूचना और बिजनेस सेंटर बनाना प्राथमिकता है।”
राजस्थान हाउस: राजस्थान का दर्पण
उपमुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान स्पष्ट किया कि दिल्ली में बनने वाला राजस्थान हाउस सिर्फ एक भवन नहीं होगा, बल्कि यह राजस्थान की कला, संस्कृति, और परंपराओं का प्रतिबिंब होगा। उन्होंने कहा कि आगंतुक जब इस भवन में प्रवेश करेंगे, तो उन्हें लगेगा कि वे राजस्थान की धरती पर आ गए हैं। राजस्थानी पत्थरों और स्थानीय कारीगरों के उपयोग से यह भवन एक अद्वितीय पहचान बनाएगा और राजस्थान की शान को बढ़ाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि भवन निर्माण में किसी भी प्रकार की कमी न हो और हर कदम पर उसकी गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाए। उन्होंने कहा कि इस भवन का निर्माण राजस्थान की विरासत को संजोए रखने के साथ-साथ आगंतुकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा।