Shobhna Sharma. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के तहत दिव्यांग गर्भवती महिलाओं के लिए प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी की गई है। उपमुख्यमंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री दिया कुमारी ने घोषणा की कि 1 सितंबर 2024 से प्रथम संतान के लिए दिव्यांग गर्भवती महिलाओं को 6500 रुपये के स्थान पर 10000 रुपये की राशि मिलेगी।
दिया कुमारी ने कहा कि यह निर्णय दिव्यांग महिलाओं को गर्भावस्था और संतान के जन्म के पश्चात अधिक पौष्टिक आहार प्राप्त करने के उद्देश्य से लिया गया है। इस राशि में बढ़ोतरी से माताओं और शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य और टीकाकरण को सुनिश्चित किया जा सकेगा। यह अतिरिक्त 3500 रुपये की राशि 100 प्रतिशत राज्य निधि से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से प्रदान की जाएगी।
महिला एवं बाल विकास निदेशक ओपी बुनकर ने जानकारी दी कि इस योजना के तहत प्रथम किश्त के रूप में 4000 रुपये, दूसरी किश्त में 3000 रुपये और तीसरी किश्त में 3000 रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा, यह सुनिश्चित किया गया है कि 40 प्रतिशत या अधिक दिव्यांगता वाली महिलाओं को डीबीटी के माध्यम से यह बढ़ी हुई राशि मिलेगी।
इसके साथ ही, 1 सितंबर से “राष्ट्रीय पोषण माह 2024” का आयोजन भी शुरू हो गया है। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के पोषण को बढ़ावा देना, उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए गतिविधियां संचालित करना, और पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करना है। आईसीडीएस निदेशक ओपी बुनकर ने बताया कि इस अभियान के तहत एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, और “पोषण भी पढ़ाई भी” जैसी विभिन्न थीम पर काम किया जाएगा।
बुनकर ने सभी जिलों के उपनिदेशकों और सीडीपीओ को निर्देश दिया है कि वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, आशा वर्करों, और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के समन्वय से “राष्ट्रीय पोषण माह 2024” की गतिविधियों को सफलतापूर्वक आयोजित करें। यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण और बच्चों के पोषण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।


