शोभना शर्मा। 17वें पैरालंपिक खेलों की शुरुआत 28 अगस्त से पेरिस में होने जा रही है। यह पहली बार है जब पेरिस इन खेलों की मेजबानी करेगा। इस बार पैरालंपिक में पुरुष और महिला पैरा एथलीटों की भागीदारी में बड़ा संतुलन देखने को मिलेगा, जो खेल की दुनिया में लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस बार पेरिस पैरालंपिक में कुल 4400 एथलीट हिस्सा लेंगे, जिनमें 1993 महिला पैरा एथलीट शामिल हैं। यह संख्या कुल एथलीटों की 45% है, जो कि टोक्यो 2020 ओलंपिक से तीन प्रतिशत अधिक है। टोक्यो में 1846 महिला एथलीटों ने भाग लिया था।
भारत ने पैरालंपिक खेलों के लिए 84 खिलाड़ियों का मजबूत दल भेजा है, जिसमें उससे रिकॉर्ड पदक जीतने की उम्मीद की जा रही है। 2021 के टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने पांच स्वर्ण सहित कुल 19 पदक जीते थे और समग्र रैंकिंग में 24वें स्थान पर रहा था। इस बार भारत का लक्ष्य स्वर्ण पदकों की संख्या को दोहरे अंक में पहुंचाने और कुल 25 से अधिक पदक जीतने का है।
भारत के खिलाड़ियों ने हाल के समय में शानदार प्रदर्शन किया है, जिससे उम्मीदें बढ़ गई हैं। हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में भारत ने 29 स्वर्ण सहित 111 पदक जीते थे। इसके अलावा, मई में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने छह स्वर्ण सहित कुल 17 पदक जीते। भारतीय पैरालंपिक टीम में कई शीर्ष खिलाड़ी शामिल हैं, जैसे विश्व रिकॉर्डधारी भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल और राइफल निशानेबाज अवनि लेखरा, जो टोक्यो में जीते गए अपने स्वर्ण पदकों का बचाव करेंगे।


