मनीषा शर्मा । राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने छात्र विरोध को ध्यान में रखते हुए एक अहम फैसला लिया है। बोर्ड ने घोषणा की है कि राजस्थान में होने वाली समान पात्रता परीक्षा (CET) ग्रेजुएशन लेवल में अब नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं होगा। इस बदलाव के लिए बोर्ड जल्द ही संशोधित विज्ञप्ति जारी करेगा, जिसमें इस नए निर्णय का विवरण दिया जाएगा।
बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने बताया कि पहले CET ग्रेजुएशन लेवल की परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान रखा गया था, जिसमें गलत उत्तर देने पर एक तिहाई अंक काटने का नियम था। 6 अगस्त को जारी की गई विज्ञप्ति में यह प्रावधान शामिल था, लेकिन इसके खिलाफ छात्रों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध किया गया। छात्रों का कहना था कि नेगेटिव मार्किंग उनके प्रदर्शन पर बुरा असर डाल सकती है, और इस प्रावधान से वे असंतुष्ट थे।
छात्रों की चिंताओं को गंभीरता से लेते हुए, सरकार ने इस मुद्दे में हस्तक्षेप किया, जिसके परिणामस्वरूप कर्मचारी चयन बोर्ड ने नेगेटिव मार्किंग को समाप्त करने का निर्णय लिया। अब स्टूडेंट्स बिना नेगेटिव मार्किंग के CET में भाग ले सकेंगे, जिससे उनकी परीक्षा की तैयारी में सुधार होगा और वे बिना किसी अतिरिक्त दबाव के परीक्षा दे सकेंगे।
CET परीक्षा का महत्व इस बार और बढ़ गया है क्योंकि इसके आधार पर अभ्यर्थी भविष्य में होने वाली 11 भर्तियों में हिस्सा ले सकेंगे। इसके अलावा, CET में न्यूनतम 40% अंक लाना अनिवार्य किया गया है, ताकि अभ्यर्थी इन भर्तियों में योग्य माने जा सकें। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम अंकों में पांच प्रतिशत की छूट भी दी जाएगी, जिससे वे अधिक समावेशी तरीके से इस परीक्षा में भाग ले सकें।
CET ग्रेजुएशन लेवल की परीक्षा 25 से 28 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी 9 अगस्त से 7 सितंबर तक कर्मचारी चयन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।