शोभना शर्मा। राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में लगातार हो रही बारिश ने जवाई बांध का जलस्तर बढ़ा दिया है। शनिवार को जल स्तर सुरक्षित सीमा पार करने के बाद प्रशासन ने बांध के 7 गेट खोल दिए। तीन गेटों से लगभग 22 फीट पानी छोड़ा गया, जिससे जवाई नदी का बहाव तेज हो गया। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने नदी से सटे कई निचले इलाकों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं।
जवाई नदी में तेज बहाव, प्रशासन अलर्ट पर
जवाई बांध से छोड़े गए पानी के कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। तात्या गांव सहित जवाई नदी किनारे बसे ग्रामीण इलाकों को प्रशासन ने अलर्ट किया है। जिला कलेक्टर और मंत्री जोगेश्वर गर्ग ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे न जाएं, सुरक्षित दूरी बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
भारी बारिश से स्थिति गंभीर
शनिवार सुबह से ही पश्चिमी राजस्थान में तेज बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने भी आने वाले घंटों में और अधिक बारिश की आशंका जताई है। स्थानीय नदियों और नालों का पानी भी जवाई नदी में मिलने से बहाव और तेज हो सकता है। ऐसे में निचले इलाकों के गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने का खतरा है।
किन-किन गांवों में अलर्ट जारी
प्रशासन ने उन गांवों को पहले ही अलर्ट कर दिया है, जहां जवाई नदी का पानी पहुंच सकता है। इनमें शामिल हैं:
रसियावास, आहोर, सेदरिया, पचावना, अगवरी, गुड़ा बलोतान, गंगावा, दयालपुरा, चरली, साकाड़ी, सजाना, उम्मेदाबाद, सरल, ओडवाड़ा, सायला, रेवल, तुरा, आसना, बोरवाड़ा, वामन, घुमाडिया, पान्ता, मोरसीया, नातीवाली, वामल, इवाड़ा, हेमा गुडा, गोसाना, चितलावा, जूनीबाली, गलीफा, टाम्बी, आगरी आदि। इन सभी क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने और नदी से दूरी बनाए रखने के लिए कहा गया है। प्रशासन की टीमें लगातार गांव-गांव जाकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
जिला प्रशासन की तैयारी
जालौर जिला कलेक्टर प्रदीप के. गवाड़े और मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने संयुक्त रूप से सभी विभागों को सतर्क रहने के आदेश दिए हैं। पुलिस, राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। निचले इलाकों में किसी भी तरह की आपात स्थिति के लिए बचाव दल तैयार किए गए हैं। प्रशासन ने ग्रामीणों से कहा है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल अधिकृत स्रोतों से जारी संदेशों पर भरोसा करें। साथ ही, बच्चों और बुजुर्गों को नदी किनारे न ले जाने की सलाह दी गई है।
जवाई बांध का महत्व
जवाई बांध पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा बांध माना जाता है। यह बांध जालौर, पाली और सिरोही जिलों के लिए पेयजल और सिंचाई का मुख्य स्रोत है। हर साल बारिश के मौसम में यह बांध इलाके के पानी की जरूरत पूरी करता है। लेकिन भारी बारिश के चलते जब गेट खोले जाते हैं, तो आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है।
लोगों से अपील
जोगेश्वर गर्ग ने आमजन से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की लापरवाही न करें। उन्होंने कहा कि बांध से छोड़े गए पानी और लगातार बारिश के चलते स्थिति गंभीर हो सकती है, ऐसे में सभी को सतर्क रहना जरूरी है।


