मनीषा शर्मा। राजस्थान में ग्रेड थर्ड टीचर भर्ती में महिलाओं को 50% आरक्षण केवल लेवल-1 (प्राथमिक) में दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि लेवल-1 में कक्षा 1 से 5वीं तक पढ़ाने वाले शिक्षक आते हैं, जो छोटे बच्चों को पढ़ाते हैं। फिलहाल, इस आरक्षण का लाभ केवल लेवल-1 में भर्ती होने वाली महिला शिक्षकों को मिलेगा।
मदन दिलावर ने कहा कि छोटे बच्चों को पढ़ाने में महिला शिक्षकों का मातृत्व भाव मददगार साबित होगा। वे बच्चों को न केवल शिक्षा देंगी, बल्कि मां की तरह देखभाल भी करेंगी। इससे बच्चों को प्यार मिलेगा और महिला शिक्षकों का सम्मान भी बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में अपने आवास पर महिला आरक्षण के समर्थन में आई महिलाओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि ग्रेड थर्ड टीचर भर्ती में महिलाओं को आरक्षण देने का निर्णय मातृत्व भाव को ध्यान में रखकर किया गया है। महिलाएं घर में बच्चों की देखभाल करती हैं, अब वे स्कूलों में भी यह जिम्मेदारी निभाएंगी और बच्चों में अच्छे संस्कार डालेंगी। पुरुषों द्वारा महिला आरक्षण के खिलाफ हो रहे विरोध पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही टिप्पणियों को वे सही नहीं मानते। उन्होंने आश्वासन दिया कि युवाओं को भी उद्योगों और सरकारी नौकरियों में पर्याप्त अवसर दिए जाएंगे।
14 जून को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ग्रेड थर्ड टीचर भर्ती में महिलाओं के लिए आरक्षण की सीमा को 30% से बढ़ाकर 50% करने की घोषणा की थी। इसके बाद से प्रदेशभर में पुरुषों ने विरोध प्रदर्शन किया था। शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह आरक्षण केवल लेवल-1 में लागू होगा, जिससे असमंजस की स्थिति साफ हो गई।
भारतीय जनता पार्टी ने 2023 विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में शिक्षक भर्ती में महिलाओं को 50% आरक्षण देने का वादा किया था। भजनलाल सरकार ने अपने 6 महीने के कार्यकाल में इस वादे को पूरा करते हुए ग्रेड थर्ड में महिलाओं के आरक्षण को 30% से बढ़ाकर 50% करने का निर्णय लिया। अब नई शिक्षक भर्ती में महिलाओं को इस निर्णय का सीधा लाभ मिलेगा।