मनीषा शर्मा। नेपाल में पिछले दिनों भड़के हिंसक आंदोलन ने वहां घूमने गए हजारों भारतीय पर्यटकों को मुश्किल में डाल दिया है। इसी कड़ी में राजस्थान से भी कई लोग फंस गए हैं। सबसे बड़ी खबर यह है कि बयाना की निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत भी नेपाल में फंसी हुई हैं। इसके साथ ही उदयपुर के पूर्व पार्षद अनिल सिंघल और उनके परिवार सहित करीब 35 पर्यटक भी संकट में हैं।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बुधवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि विधायक और पर्यटकों की सुरक्षित वापसी के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार भारतीय दूतावास और केंद्र से लगातार संपर्क में है।
नेपाल में क्यों बिगड़े हालात?
नेपाल में 8 सितंबर से हिंसक आंदोलन की शुरुआत हुई थी। राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में हालात तेजी से बिगड़े। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों में आग लगा दी, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और अब तक 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी कई जगहों पर पीछे हट गए। हालात काबू से बाहर होते देख सेना को तैनात किया गया। सेना के हस्तक्षेप से कुछ हद तक नियंत्रण तो आया है, लेकिन अब भी माहौल भयावह बना हुआ है।
विधायक ऋतु बनावत भी फंसी
हिंसा और उड़ानें रद्द होने की वजह से बयाना की निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत भी नेपाल में फंस गई हैं। स्पीकर देवनानी ने बताया कि विधायक के संपर्क में सरकार और दूतावास दोनों हैं।
देवनानी ने कहा कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे, उन्हें और अन्य फंसे हुए भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
उदयपुर के 35 पर्यटक पोखरा में फंसे
उदयपुर के पूर्व पार्षद अनिल सिंघल अपने परिवार और अन्य 35 पर्यटकों के साथ 5 सितंबर को नेपाल गए थे। उनका कार्यक्रम पशुपतिनाथ मंदिर दर्शन और अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा का था।
उनकी 12 सितंबर को दिल्ली लौटने की फ्लाइट थी, लेकिन आंदोलन और हिंसा के चलते सभी घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं।
फिलहाल वे पोखरा के एक होटल में रुके हुए हैं, जो काठमांडू से करीब 500 किलोमीटर दूर है। अनिल सिंघल ने फोन पर बताया कि स्थानीय लोगों की मदद से वे सुरक्षित हैं, लेकिन माहौल डराने वाला है और पर्यटक लगातार दूतावास से संपर्क साध रहे हैं।
भारतीय दूतावास सक्रिय
नेपाल में भारतीय दूतावास ने पर्यटकों को आश्वस्त किया है कि उनकी सुरक्षित निकासी की व्यवस्था जल्द की जाएगी। दूतावास की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं ताकि फंसे हुए भारतीय सीधे संपर्क कर सकें।
राजस्थान सरकार ने भी केंद्र और दूतावास के साथ मिलकर समन्वय की प्रक्रिया तेज कर दी है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने जताई चिंता
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नेपाल में फंसे नागरिकों की स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लगातार केंद्र और दूतावास से संपर्क में है और जल्द से जल्द सभी फंसे लोगों को सुरक्षित लाने की हरसंभव कोशिश की जाएगी।
सीएम ने प्रभावित नागरिकों और उनके परिवारों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और दूतावास से संपर्क बनाए रखें। साथ ही उन्होंने लोगों से दूतावास की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करने की भी सलाह दी।
पर्यटकों में दहशत का माहौल
नेपाल के हालात सामान्य होने में अभी समय लग सकता है। राजधानी काठमांडू और अन्य प्रमुख शहरों में तनाव बना हुआ है। दुकानों और बाजारों में सन्नाटा है, वहीं कई होटल पर्यटकों से भरे हुए हैं।
पर्यटकों का कहना है कि जब तक उड़ानें बहाल नहीं होंगी, तब तक वे वहीं ठहरने को मजबूर हैं। हालांकि सेना और दूतावास की मौजूदगी से उन्हें कुछ राहत जरूर मिली है।


