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3000 रुपये में सालभर 200 टोल फ्री यात्रा, FASTag एनुअल पास स्कीम शुरू

3000 रुपये में सालभर 200 टोल फ्री यात्रा, FASTag एनुअल पास स्कीम शुरू

मनीषा शर्मा। केंद्र सरकार और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने देशभर के निजी वाहन चालकों के लिए एक बेहद लाभकारी योजना की शुरुआत कर दी है। इस नई सुविधा का नाम है FASTag एनुअल पास स्कीम, जिसके तहत केवल ₹3,000 का एक बार का रिचार्ज करने पर पूरे साल में 200 बार टोल फ्री यात्रा की जा सकेगी। यह सुविधा विशेष रूप से निजी वाहनों के लिए है और इसे 15 अगस्त 2025 से देशभर में लागू कर दिया गया है।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को तेज, सुविधाजनक और किफायती सफर का अनुभव देना है। पहले जहां हर यात्रा पर टोल का अलग से भुगतान करना पड़ता था, वहीं अब इस वार्षिक पास के जरिए एक तय सीमा तक टोल शुल्क पूरी तरह से माफ होगा।

योजना की शुरुआत और जागरूकता अभियान

FASTag एनुअल पास स्कीम को लागू करने के साथ ही एनएचएआई ने देश के कई टोल प्लाजाओं पर यात्रियों को जागरूक करने का अभियान शुरू कर दिया है। जयपुर ग्रामीण स्थित एक टोल प्लाजा पर योजना की शुरुआत के मौके पर कर्मचारियों ने वाहन चालकों को पूरी प्रक्रिया और इसके लाभों के बारे में जानकारी दी।

टोल प्लाजा कर्मचारी बाबूलाल मीणा और उनकी टीम ने यात्रियों को समझाया कि किस तरह मात्र ₹3,000 का रिचार्ज कर एक वर्ष में 200 बार अलग-अलग टोल प्लाजाओं पर बिना भुगतान के यात्रा की जा सकती है। उन्होंने बताया कि यह योजना लंबी दूरी की यात्राओं और नियमित सफर करने वालों के लिए समय और पैसे दोनों की बचत करेगी।

योजना के फायदे

FASTag एनुअल पास स्कीम कई तरह से लाभदायक है। सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक बार पास लेने के बाद साल में 200 बार टोल फ्री यात्रा की जा सकती है। इस दौरान अलग-अलग टोल प्लाजाओं पर रुककर भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे समय की बचत होगी और यातायात जाम में कमी आएगी।

इसके अलावा, लंबी यात्राओं में बार-बार टोल शुल्क चुकाने की झंझट खत्म हो जाएगी। FASTag के जरिए ऑटोमेटिक पेमेंट सिस्टम होने से गाड़ी बिना रुके टोल से गुजर जाएगी, जिससे यात्रा का अनुभव और भी सहज हो जाएगा।

योजना अपनाने की प्रक्रिया

FASTag एनुअल पास स्कीम का लाभ उठाने के लिए प्रक्रिया बेहद सरल रखी गई है। सबसे पहले अपने मोबाइल फोन में एनएचएआई का राजमार्ग ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद वाहन से जुड़े FASTag की KYC प्रक्रिया पूरी करनी होगी

KYC पूरी होने के बाद ₹3,000 का रिचार्ज करना होगा, जिससे योजना सक्रिय हो जाएगी। योजना के सक्रिय होते ही वाहन मालिक एक साल के भीतर अधिकतम 200 बार टोल फ्री यात्रा कर सकेंगे। यह योजना केवल निजी वाहनों पर लागू है, जिससे वाणिज्यिक वाहनों के लिए अलग व्यवस्था बनी रहेगी।

यात्रियों के लिए बड़ा बदलाव

भारत में टोल प्लाजाओं पर लंबी कतारें और समय की बर्बादी लंबे समय से एक समस्या रही है। FASTag तकनीक आने के बाद इसमें काफी सुधार हुआ है, लेकिन यह नई वार्षिक पास योजना इससे एक कदम आगे है। अब निजी वाहन चालक नियमित यात्राओं में भी टोल शुल्क के दबाव से मुक्त हो जाएंगे।

योजना लागू होने के बाद उम्मीद है कि टोल प्लाजाओं पर भीड़ कम होगी, यातायात प्रवाह सुचारू रहेगा और यात्रा का अनुभव बेहतर होगा। साथ ही, यह प्रणाली डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देगी और नकद लेनदेन की आवश्यकता लगभग समाप्त कर देगी।

सरकार का उद्देश्य

केंद्र सरकार और एनएचएआई का मानना है कि FASTag एनुअल पास स्कीम से लोगों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि यात्रा में लगने वाला समय भी कम होगा। सरकार का लक्ष्य है कि इस सुविधा को अधिक से अधिक निजी वाहन मालिक अपनाएं, ताकि देश के राजमार्गों पर सफर तेज और सुगम हो सके।

इस योजना के माध्यम से डिजिटल इंडिया के विजन को भी मजबूत किया जा रहा है, जहां भुगतान पूरी तरह से डिजिटल माध्यम से होगा और कागजी प्रक्रियाएं खत्म होंगी।

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