मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजधानी जयपुर अब केवल पिंकसिटी और हैरिटेज सिटी की पहचान तक सीमित नहीं रहेगी। आने वाले वर्षों में शहर लग्जरी पर्यटन, व्यवसायिक आयोजनों और अंतरराष्ट्रीय आतिथ्य उद्योग का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है। राजस्थान सरकार और निजी निवेशकों की साझेदारी से दिल्ली रोड पर आमेर से चंदवाजी तक दिल्ली की तर्ज पर एरो सिटी विकसित करने की योजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
एरो सिटी परियोजना के तहत 4 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश से 19 फाइव और सेवन स्टार होटल प्रोजेक्ट्स तैयार किए जाएंगे। इनमें से लगभग 10 प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू भी हो चुका है। इस कदम से जयपुर का अंतरराष्ट्रीय पर्यटन परिदृश्य और मजबूत होने की उम्मीद है।
40 हजार युवाओं को रोजगार का बड़ा अवसर
होटल उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का अनुमान है कि परियोजना पूरी होने पर 40 हजार से अधिक स्थानीय युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। यह न केवल पर्यटन बल्कि प्रदेश के आर्थिक विकास में बड़ी भूमिका निभाएगा।
भानपुर के पास पहले से ही 750 करोड़ रुपए के अंतरराष्ट्रीय होटल प्रोजेक्ट पर तेजी से काम हो रहा है, जिसने निवेशकों के उत्साह को और बढ़ाया है।
नई पहचान—लक्सरी टूरिज्म और बिजनेस डेस्टिनेशन
इन भव्य होटलों के निर्माण के बाद जयपुर में
अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस
कॉरपोरेट मीटिंग्स
इवेंट्स और प्रदर्शनियां
बड़े स्तर पर आयोजित की जा सकेंगी, जिससे दिल्ली रोड एक बिजनेस हब के रूप में उभरेगा।
पर्यटन कारोबारी चाहते हैं कि सरकार इस क्षेत्र में बड़े इवेंट हब और कन्वेंशन सेंटर भी विकसित करे, ताकि दुनिया की बड़ी कंपनियां यहां आयोजन कर सकें।
दिल्ली से कनेक्टिविटी पर्यटन को देगा पंख
जयपुर का दिल्ली से उत्कृष्ट सड़क और हवाई संपर्क इसे निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक बना रहा है।
इसी कारण अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स राजस्थान की राजधानी में बड़े पैमाने पर निवेश के अवसर तलाश रहे हैं।
पर्यटन विशेषज्ञों के अनुसार—
“जयपुर जल्द ही हैरिटेज टूरिज्म के साथ-साथ लग्जरी हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में भी मजबूत पहचान बना लेगा।”
राज्य की अर्थव्यवस्था को मिलेगा बड़ा लाभ
परियोजना के कारण—
होटल उद्योग में विदेशी और घरेलू निवेश बढ़ेगा
पर्यटक संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी
स्थानीय व्यवसायों और स्टार्टअप्स को लाभ मिलेगा
यह विकास राजस्थान को पर्यटन क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों के बीच और मजबूती देगा।


