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राजस्थान के चार प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों के विकास पर 180 करोड़ खर्च

राजस्थान के चार प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों के विकास पर 180 करोड़ खर्च

मनीषा शर्मा। राजस्थान के धार्मिक पर्यटन को नई दिशा देने के लिए केंद्र सरकार ने चार प्रमुख स्थलों के विकास के लिए 180 करोड़ से अधिक की धनराशि स्वीकृत की है। यह जानकारी पर्यटन मंत्रालय द्वारा शीतकालीन सत्र में उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में दी गई। सांसद ने पर्यटन स्थलों के विकास, चयन प्रक्रिया और आगामी बजट 2025-26 में चैलेंज मोड के तहत होने वाली योजनाओं की स्थिति के बारे में सरकार से विस्तृत जानकारी मांगी थी।

इस पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि पर्यटन स्थलों का विकास मुख्य रूप से राज्य सरकारों की जिम्मेदारी होती है, लेकिन केंद्र सरकार स्थायी और आधुनिक पर्यटन ढांचे को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसी दिशा में स्वदेश दर्शन योजना को नए स्वरूप—स्वदेश दर्शन 2.0 (SD 2.0)—में लागू किया गया है, जिसका उद्देश्य भारत में सतत और अनुभव आधारित पर्यटन को बढ़ावा देना है।

मंत्री ने कहा कि SD 2.0 के तहत अब तक 2208.27 करोड़ रुपए की 53 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसके साथ ही CBDD पहल के तहत 648.11 करोड़ रुपए की 36 परियोजनाओं को भी स्वीकृति मिली है। इन परियोजनाओं में राजस्थान के चार प्रमुख धार्मिक स्थलों को शामिल किया गया है, जिन पर कुल 180 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जाएगी।

राजस्थान के इन चार धार्मिक स्थलों का होगा विकास

1. खाटू श्यामजी, सीकर

राजस्थान के सबसे बड़े श्रद्धा केंद्रों में से एक खाटू श्यामजी मंदिर में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहां बढ़ती भीड़, सुविधाओं की कमी और प्रबंधन की चुनौतियों को देखते हुए 87 करोड़ 87 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। इस राशि से मंदिर परिसर का विस्तार, यात्री सुविधाएं, मार्ग चौड़ीकरण और आधुनिक अवसंरचना विकसित की जाएगी।

2. केशोरायपाटन, बूंदी

बूंदी जिले के केशोरायपाटन में आध्यात्मिक अनुभव को बेहतर बनाने और धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए 21 करोड़ 65 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। यहां प्राचीन मंदिरों, घाटों और परिसर के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

3. करणी माता मंदिर, बीकानेर

विश्व प्रसिद्ध करणी माता मंदिर को बेहतर सुविधाओं से लैस करने के लिए 22 करोड़ 58 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। परियोजना के अंतर्गत श्रद्धालु सुविधाओं, सुरक्षा व्यवस्था और मंदिर परिसर के आधुनिकीकरण के कार्य किए जाएंगे।

4. मालासेरी डूंगरी, भीलवाड़ा

बाबा रामदेवजी से जुड़े ऐतिहासिक स्थल मालासेरी डूंगरी के विकास के लिए 48 करोड़ 43 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए पर्यटन ढांचे को नए रूप में तैयार किया जाएगा।

बजट 2025-26 की तैयारी और भविष्य की योजनाएं

पर्यटन मंत्रालय ने आगामी वित्तीय वर्ष के लिए गंतव्य विकास और गंतव्य प्रबंधन का एक विस्तृत कार्य ढांचा तैयार किया है। इसके लिए राज्य सरकारों और विभिन्न पर्यटन हितधारकों से सुझाव लिए गए हैं। इस मॉडल के माध्यम से देशभर में चुनिंदा पर्यटन स्थलों को चैलेंज मोड पर विकसित किया जाएगा, जिससे पर्यटन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा, गुणवत्ता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।

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